सोनीपत: हरियाणा और आस-पास के राज्यों का मोस्ट वांटेड अपराधी रामकरण बैंयापुर सोनीपत के बैंयापुर गांव का रहने वाला है. हरियाणा और दिल्ली समेत आस-पास के कई राज्यों में उसका खौफ है. पिछले करीब 10 साल से अपराध की दुनिया में वो लगातार मोस्ट वांटेड होता चला गया. लगातार हत्या के बाद उसका खौफ और गैंग दोनो बढ़ती गई.
35 शूटरों की बड़ी गैंग
रामकरण बैंयापुर का खौफ बढ़ने से हरियाणा की कई छोटी गैंग भी उसके साथ मिल गई. रामकरण और संदीप बड़वासनी की दुश्मनी करीब 8 साल पुरानी है. संदीप बड़वासनी के विरोधी संदीप चिटाना, और मुनिया गैंग भी रामकरण के साथ मिल गई. पुलिस सूत्रों की मानें तो रामकरण ने अपराध की दुनिया में बड़ा नेटवर्क बना लिया है. करीब 30 से 35 शूटरों की बड़ी गैंग उसके पास है. ये शार्प शूटर उसके एक इशारे पर किसी की भी जान लेने को भी तैयार रहते हैं.
संदीप बड़वासनी की हत्या के बाद बढ़ा खौफ
रामकरण और संदीप बड़वासनी गैंग में लंबे समय से दुश्मनी चल रही है. इसी गैंगवार में 13 अप्रैल 2016 को संदीप बड़वासनी की हत्या कर दी गई. इस हत्या में भी रामकरण का ही हाथ माना जाता है. संदीप बड़वासनी की हत्या के बाद से ही उसकी गैंग के कई लोग रामकरण को मौत के घाट उतारे की फिराक में थे. सोनीपत कोर्ट में भी रामकरण की हत्या की कई बार कोशिश की गई. लेकिन पुलिस सुरक्षा के चलते उसकी जान बच गई. रामकरण अपने ऊपर हमले का मास्टर माइंड बड़वासनी गैंग से शूटर अजय उर्फ बिट्टू को मानता था. इसी अजय को पुलिसकर्मी महेश ने 18 मार्च को सोनीपत कोर्ट के बाहर गोली मार दी थी. अजय अभी अस्पताल में जिंदगी की जंग लड़ रहा है. अजय को गोली मारने के अलावा उसके पिता की भी हत्या उसी दिन कर दी गई थी.
संदीप बड़वासनी की हत्या 12 अप्रैल 2016 को गोहाना में संजीत उर्फ बोड़ा के घर हुई थी. बता दें कि संजीत पुलिस वाला था. संदीप की हत्या में संजीत के साथ रामकरण और 27 आरोपी शामिल थे. इस पूरे मामले में संजीत ने आत्महत्या कर ली थी, लेकिन उसका शव आजतक नहीं मिला. ये पुलिस के लिए भी एक पहेली है. संदीप बड़वासनी की मौत का बदला लेने के लिए उसके शार्प शूटर अजय उर्फ बिट्टू ने सत्यवान गांधार की हत्या रोहतक में की. इसी का बदला लेने के लिए रामकरण काला ने प्लान बनाया. कोर्ट में हुई वारदात रामकरण के इशारे पर हुई थी
पुलिसवाले को दी सुपारी
रामकरण बैंयापुर के नेटवर्क का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि उसके लिए पुलिकर्मी भी काम करते थे. सूत्रों की मानें तो 18 मार्च को बड़वासनी गैंग के शूटर अजय और उसके पिता की हत्या के लिए रामकरण ने पुलिसकर्मी को 50 लाख और एक प्लॉट की सुपारी दी थी. रामकरण ने पुलिसकर्मी को अजय की हत्या के लिए बाकायदा अवैध हथियार मुहैय्या कराया था.
अपराधी रामकरण पर सोनीपत में 18 मार्च को कोर्ट में दिनदहाड़े अजय उर्फ बिट्टू पर गोलियां चलवाने और बरोणा गांव में उसके पिता कृष्ण की हत्या करने का भी आरोप है. फिलहाल पुलिस ने गैंगस्टर रामकरण को कोर्ट में पेश कर 5 दिन की रिमांड पर लिया है, ताकि अजय उर्फ बिट्टू की हत्या के साथ दूसरे मामले में भी सुराग लगाया जा सके.
गैंगस्टर रामकरण की गिरफ्तारी के बाद सोनीपत एएसपी नीतिका खट्टर ने बताया कि पुलिस ने अंतरराज्यीय गैंगस्टर रामकरण को दिल्ली पश्चिम विहार के एक होटल के पास से गिरफ्तार किया है. रामकरण पर 18 मार्च को कैदी वैन में अजय उर्फ बिट्टू को गोलियां मरवाने का आरोप है. एएसपी के मुताबिक रामकरण पर करीब 30 मामले दर्ज हैं, जिनमें से एक मामला दिल्ली में तो 29 मामले सोनीपत में दर्ज हैं.
अपराधी बैंयापुर पर हत्या, फिरौती और लूट समेत करीब 30 गंभीर मामले दर्ज हैं. 29 मामले हरियाणा के सोनीपत में और एक मामला दिल्ली पुलिस की फाइल में है. हरियाणा में उसकी दहशत इस कदर है कि लागातार हत्याओं के बाद वो पुलिस की हिस्ट्रीशीट का मोस्ट वांटेड बन गया.