सोनीपतः प्रदेश में नई सरकार बनने के बाद किसानों को एक उम्मीद जगी थी कि अबकी बार उनकी फसल के अच्छे भाव मिलेंगे, लेकिन किसानों की इस उम्मीद पर पानी फिरता हुआ नजर आ रहा है. गोहाना की अनाज मंडी में पिछले कई दिनों से धान के भाव में लगातार गिरावट जारी है, जिसके चलते पिछले साल की अपेक्षा अबकी बार एक हजार रुपए तक फसल के कम भाव मिल रहे हैं. अधिकारियों का कहना है कि गोहाना की नई अनाज मंडी में अभी तक सीजन का 6.25 लाख क्विंटल धान पहुंच चुका है. जिसमें से करीब 6 लाख क्विटंल तक का उठान हो चुका है.
इस भाव में नहीं निकलता खर्चा- किसान
धान के कम दाम को लेकर गोहाना अनाज मंडी के किसानों का कहना है कि सरकार ने पिछले साल 4 हजार का भाव दिया था लेकिन इस बार भाव में आई गिरावट से वो खुश नहीं है. उनका कहना है कि भले ही सरकार ने तीन हजार तक के जादुई आंकड़े को पार कर लिया है लेकिन ये दाम अभी भी पिछले साल के मुकाबले काफी कम है. किसानों का कहना है कि पिछले सालों की अपेक्षा रेट बहुत ही कम है. मौजूदा रेट से उनका खर्च नहीं निकल रहा है जिसके चलते घाटे में खेती करनी पड़ रही है.
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अधिकारियों का दावा
गोहाना नई अनाज मंडी मार्किट कमेटी के सचिव परमजीत नांदल का कहना है कि गोहाना की नई अनाज मंडी में अभी तक सीजन का 6.25 लाख क्विंटल धान पहुंचा है. जिसमें से करीब 6 लाख क्विटंल तक का उठान हो चुका है. रेट में भी उछाल आया है और 3 हजार तक धान की खरीद हो रही है. किसानोे के उल्ट उन्होंने कहा कि धान के भाव में आई तेजी से किसानों के चेहरे खिलखिला उठे हैं. बाजरे के उठान को लेकर परमजीत नांदल ने कहा कि ऊपर से आदेश आने पर बाजरे की खरीद भी शुरू कर दी जाएगी.