सिरसा: हरियाणा में ई टेंडरिंग को लेकर सरपंचों के बढ़ते विरोध पर जेजेपी नेता दिग्विजय चौटाला ने अपनी ही गठबंधन सरकार को नसीहत दी है. उन्होंने ई टेंडरिंग का विरोध कर रहे सरपंचो के हक में बयान दिया है. सिरसा में अपने आवास पर मीडिया से बातचीत के दौरान जेजेपी के प्रदेश प्रधान महासचिव दिग्विजय चौटाला ने कहा कि प्रजातंत्र में चुने हुए जनप्रतिनिधियों के पास ज्यादा पावर होनी चाहिए. क्योंकि अधिकारी अगर रिटायर्ड होता है, तो लोग उसके पास नहीं जाते. लेकिन जनप्रतिनिधियों को हमेशा जनता के पास जाना होता है.
प्रदेश प्रधान महासचिव दिग्विजय चौटाला ने हरियाणा में ई टेंडरिंग का विरोध पर कहा कि सरकार को सरपंचों के साथ बातचीत कर इस समस्या का हल निकालना चाहिए. उन्होंने कहा कि सरपंच हमारे अपने हैं, उनके साथ बैठकर इस मुद्दे को जल्द सुलझा लेना चाहिए. हरियाणा में महम विधायक बलराज कुंडू द्वारा यात्रा किए जाने को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में जेजेपी नेता दिग्विजय चौटाला ने कहा कि प्रजातंत्र में सभी को यात्रा करने का अधिकार है.
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सरपंचों की नाराजगी से होगा नुकसान: दिग्विजय चौटाला ने कहा कि सरपंचों की नाराजगी का खामियाजा सबको उठाना पड़ेगा. दिग्विजय चौटाला ने कहा कि सरकार सरपंचों को नाराज नहीं करे और जल्द से जल्द सरपंचों से बातचीत कर समस्या का समाधान निकाले. ई टेंडरिंग में जो बदलाव करने हैं, वो जल्द से जल्द किए जाने चाहिए. अगर इसमें कोई बदलाव करने हैं, तो उन्हें सरपंचों की सहमति से किया जाना चाहिए. दिग्विजय चौटाला ने सरपंचों की लिमिट 2 लाख से बढ़ाने की भी वकालत की.
हरियाणा में जेजेपी बीजेपी गठबंधन है अटूट: हरियाणा में गठबंधन के अस्तित्व पर पूछे गए सवाल पर दिग्विजय चौटाला ने कहा कि उनका गठबंधन मजबूत और अटूट है. जेजेपी-बीजेपी का गठबंधन 2024 के चुनावों के लिए पूरी तरह से तैयार है. उन्होंने लोकसभा में हरियाणा में 10 की 10 सीटें जीतने का दावा किया. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि हरियाणा में गठबंधन की पूर्ण बहुमत से सरकार बनेगी. वहीं, फरीदाबाद, मानेसर और गुरुग्राम निकाय चुनावों पर उन्होंने कहा कि तीन में से एक सीट के मेयर पर उनका हक है. लेकिन, वो कौन सी सीट होगी, यह निर्णय आपसी सहमति से किया जाएगा.