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सिरसा में इंस्टीट्यूट खोलने को लेकर संचालकों ने उपायुक्त को सौंपा ज्ञापन - हरियाणा कोरोना गाइडलाइंस

सिरसा के इंस्टीट्यूट संचालकों ने कोरोना गाइडलाइन के अनुसार बंद पड़े इंस्टीट्यूट को खोलने की मांग को लेकर उपायुक्त को ज्ञापन सौंपा (sirsa coaching institute protest) है.

sirsa coaching institute protest
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Published : Jan 14, 2022, 3:54 PM IST

Updated : Jan 14, 2022, 5:00 PM IST

सिरसा: शहर के इंस्टीट्यूट संचालक शुक्रवार को बरनाला रोड स्थित उपायुक्त कार्यालय में पहुंचे. यहां उपायुक्त से मुलाकात कर कोरोना गाइडलाइन के अनुसार बंद पड़े इंस्टीट्यूट को खोलने की मांग को लेकर उपायुक्त को ज्ञापन सौंपा (sirsa coaching institute protest) गया. इंस्टीट्यूट संचालकों ने कहा कि पिछले दो वर्षों से उनका कार्य ठप्प पड़ा है. कोरोना के मामलों में बढ़ोतरी होते ही सबसे पहले इंस्टीट्यूट बंद कर दिए जाते हैं और सब कुछ खुलने के बाद इंस्टीट्यूट खोलने की इजाजत दी जाती है.

उन्होंने कहा कि शहर में कई छोटे इंस्टीट्यूट हैं जहां 10 से लेकर 50 तक बच्चे पढ़ने आते हैं. ऐसे इंस्टीट्यूट को बाजार में श्रेणी में लाते हुए 30 या 40 प्रतिशत क्षमता के साथ खोलने की परमिशन दी जाए ताकि वे भी रोजी-रोटी कमा सकें. इंस्टीट्यूट बंद रहने से उन्हें आर्थिक नुकसान झेलना पड़ रहा है. किराया व बिजली बिल भरने के साथ-साथ घर खर्च चला पाना भी मुश्किल हो गया है. सिरसा कोचिंग इंच्टीट्यूट एसोसिएशन के प्रधान गुरविन्द्र सिंह ने कहा कि नियमों की आड़ में उनके साथ अन्याय हो रहा है, बाजार खुले हैं, किरयाणा व दुग्ध उत्पाद की दुकानों को आवश्यक श्रेणी में रखा गया है और देश का भविष्य बनाने वाले स्कूल, कालेज व कोचिंग सेंटर बंद हैं.

ये भी पढ़ें- हरियाणा में बेकाबू हुआ कोरोना, 7 हजार से ज्यादा नए केस आए सामने, दो की मौत

उन्होंने कहा कि स्कूल व कॉलेजों में बच्चों की संख्या ज्यादा होती है, लेकिन कोचिंग इंस्टीट्यूट में तो सोशल डिस्टेंस के साथ केवल 10 से 40 तक बच्चों को शिक्षा दी जाती है. इससे ज्यादा संख्या में तो सवारियां बसों में भी सफर करती हैं. इसलिए कोचिंग सेंटरों को भी खोलने की इजाजत दी जाए. इसी मांग को लेकर ज्ञापन सौंपा गया है. बता दें कि, हरियाणा सरकार ने महामारी अलर्ट-सुरक्षित हरियाणा की अवधि 19 जनवरी तक बढ़ा दी है. इसके तहत जिले में कोविड संक्रमण को देखते हुए भीड़ एकत्रित होने जैसे सभी प्रकार की जनसभा, रैली, धरना प्रदर्शन आदि पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है.

किसी भी स्थान पर बड़ी संख्या में लोगों के एकत्रित होने पर पाबंदी रहेगी. जिले में सभी राजकीय व निजी स्कूल, कॉलेज, पॉलीटेक्निक, आईटीआई, कोचिंग इंस्टीट्यूट, लाइब्रेरी तथा ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट और आंगनबाड़ी केंद्र बंद रहेंगे. दुकानें व मार्केट सायं छह बजे तक ही खुलेंगी, लेकिन आवश्यक आपूर्ति जैसे दूध, दवाइयां आदि की दुकानें पहले की तरह पूरे समय खोली जा सकती हैं.

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सिरसा: शहर के इंस्टीट्यूट संचालक शुक्रवार को बरनाला रोड स्थित उपायुक्त कार्यालय में पहुंचे. यहां उपायुक्त से मुलाकात कर कोरोना गाइडलाइन के अनुसार बंद पड़े इंस्टीट्यूट को खोलने की मांग को लेकर उपायुक्त को ज्ञापन सौंपा (sirsa coaching institute protest) गया. इंस्टीट्यूट संचालकों ने कहा कि पिछले दो वर्षों से उनका कार्य ठप्प पड़ा है. कोरोना के मामलों में बढ़ोतरी होते ही सबसे पहले इंस्टीट्यूट बंद कर दिए जाते हैं और सब कुछ खुलने के बाद इंस्टीट्यूट खोलने की इजाजत दी जाती है.

उन्होंने कहा कि शहर में कई छोटे इंस्टीट्यूट हैं जहां 10 से लेकर 50 तक बच्चे पढ़ने आते हैं. ऐसे इंस्टीट्यूट को बाजार में श्रेणी में लाते हुए 30 या 40 प्रतिशत क्षमता के साथ खोलने की परमिशन दी जाए ताकि वे भी रोजी-रोटी कमा सकें. इंस्टीट्यूट बंद रहने से उन्हें आर्थिक नुकसान झेलना पड़ रहा है. किराया व बिजली बिल भरने के साथ-साथ घर खर्च चला पाना भी मुश्किल हो गया है. सिरसा कोचिंग इंच्टीट्यूट एसोसिएशन के प्रधान गुरविन्द्र सिंह ने कहा कि नियमों की आड़ में उनके साथ अन्याय हो रहा है, बाजार खुले हैं, किरयाणा व दुग्ध उत्पाद की दुकानों को आवश्यक श्रेणी में रखा गया है और देश का भविष्य बनाने वाले स्कूल, कालेज व कोचिंग सेंटर बंद हैं.

ये भी पढ़ें- हरियाणा में बेकाबू हुआ कोरोना, 7 हजार से ज्यादा नए केस आए सामने, दो की मौत

उन्होंने कहा कि स्कूल व कॉलेजों में बच्चों की संख्या ज्यादा होती है, लेकिन कोचिंग इंस्टीट्यूट में तो सोशल डिस्टेंस के साथ केवल 10 से 40 तक बच्चों को शिक्षा दी जाती है. इससे ज्यादा संख्या में तो सवारियां बसों में भी सफर करती हैं. इसलिए कोचिंग सेंटरों को भी खोलने की इजाजत दी जाए. इसी मांग को लेकर ज्ञापन सौंपा गया है. बता दें कि, हरियाणा सरकार ने महामारी अलर्ट-सुरक्षित हरियाणा की अवधि 19 जनवरी तक बढ़ा दी है. इसके तहत जिले में कोविड संक्रमण को देखते हुए भीड़ एकत्रित होने जैसे सभी प्रकार की जनसभा, रैली, धरना प्रदर्शन आदि पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है.

किसी भी स्थान पर बड़ी संख्या में लोगों के एकत्रित होने पर पाबंदी रहेगी. जिले में सभी राजकीय व निजी स्कूल, कॉलेज, पॉलीटेक्निक, आईटीआई, कोचिंग इंस्टीट्यूट, लाइब्रेरी तथा ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट और आंगनबाड़ी केंद्र बंद रहेंगे. दुकानें व मार्केट सायं छह बजे तक ही खुलेंगी, लेकिन आवश्यक आपूर्ति जैसे दूध, दवाइयां आदि की दुकानें पहले की तरह पूरे समय खोली जा सकती हैं.

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Last Updated : Jan 14, 2022, 5:00 PM IST
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