सिरसा- हरियाणा केे सिरसा नागरिक हॉस्पिटल (sirsa civil hospital) की व्यवस्था इन दिनों चरमराई हुई है. सीएमओ डॉ. मनीष बंसल ने जब अस्पताल का औचक निरीक्षण (Surprise inspection of CMO) किया तो खुलासा हुआ कि बायोमेट्रिक में 11 डॉक्टर और 13 स्टाफ नर्स गैरहाजिर है. डॉक्टर गैरहाजिर और अस्पताल के बाहर मरीजों की लंबी लाइन लगी हुई थी.
बता दें कि सिरसा नागरिक हॉस्पिटल में CMO (Chief Medical Office sirsa) डॉ. मनीष बंसल ने अस्पताल का औचक निरीक्षण (Surprise inspection of CMO) किया जिसमें 30 दिन की बायोमेट्रिक चेक की गई. इस दौरान बायोमेट्रिक में 11 डॉक्टर्स और 13 स्टाफ नर्स गैरहाजिर दिखाई दी. वहीं डॉ. मनीष बंसल ने गैरहाजिर रहने वाले स्टाफ को शो कॉज नोटिस दिया है. OPD (Outpatient Department) से गायब रहने जैसी शिकायतों के चलते सीएमओ ने संज्ञान दिया. साथ ही अस्पताल में बंक मारने वाले स्टाफ का वेतन काटने के भी निर्देश दिए हैं.
मिली जानकारी में पता चला है कि सिरसा नागरिक हॉस्पिटल में रोजाना हजारों मरीजों की OPD (Outpatient Department) होती है सुबह से ही मरीजों की लंबी लाइनें लगनी शुरू हो जाती है मगर डॉक्टर्स और नर्सिंग स्टाफ ड्यूटी से नदारद रहता है. वहीं घंटों मरीज के यहां परेशान होने जैसी शिकायतों पर CMO डॉ. मनीष बंसल ने कड़ा संज्ञान लिया है औचक निरीक्षण के दौरान ओपीडी में डॉक्टर्स मौजूद नहीं थे वहीं बाहर मरीजों की लंबी लाइनें लगी हुई थी.
ऐसे में PMO (Principal Medical Office) डॉ. संदीप गुप्ता से 30 दिनों में डॉक्टर्स और नर्सिंग स्टाफ की बायोमेट्रिक हाजिरी तलब की. बायोमेट्रिक हाजिरी में 11 डॉक्टरों के अलावा 13 नर्सों को गैरहाजिर पाया गया.म जिन्हें शो कॉज नोटिस यानि कारण बताओ नोटिस थमा दिया गया है. सभी से 7 दिनों में नोटिस का जवाब मांगा गया है. इसके अलावा बंक मारने वाले स्टाफ का वेतन काटने के निर्देश भी दिए गए हैं.
अस्पताल में मरीजों को परेशानी- सिरसा नागरिक हॉस्पिटल में डॉक्टर ओपीडी देखते हैं काफी बुजुर्ग जानकारी के अभाव में यहां-वहां भटकते रहते हैं. इसलिए मरीजों की मांग है कि सरकारी अस्पतालों में पहले से ही डॉक्टरों की कमी है अकेले नागरिक अस्पताल सिरसा की बात की जाए तो 16 डॉक्टर पहले से ही कम है. हाल ही में 3 स्वेच्छा से नौकरी छोड़ चुके हैं जबकि कुछ लंबे समय से गायब भी हैं. अब अस्पताल से मरीजों की शिकायत थी कि यहां ड्यूटी पर आए डॉक्टर्स बंक मारकर गायब रहता है. इसका खामियाजा कहीं ना कहीं मरीजों को भुगतना पड़ता है.
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बहानेबाज डॉक्टर्स को लगाई फटकार- वहीं मरीजों को निजी अस्पतालों में महंगा इलाज करवाना पड़ता है.लगातार डॉक्टर्स की लापरवाही की शिकायतों की पुष्टि करने के लिए CMO डॉ. मनीष बंसल ने सुबह के समय औचक निरीक्षण किया जहां मरीजों की मुश्किलों को समझा और बहाने बाजी करते स्टाफ को फटकार लगाई. बताया गया कि मरीजों को लेटलतीफी से दोबारा परेशानी ना हो अन्यथा सख्त एक्शन भी लिया जाएगा. हालांकि इस पूरे संदर्भ में CMO मनीष बंसल ने कैमरे पर कोई बातचीत नहीं की इसके अलावा PMO डॉ संदीप गुप्ता भी कैमरे से बचते हुए ही दिखाई दिए.