सिरसा: लघु सचिवालय में अनुभव के आधार पर डीसी रेट लागू किए जाने की मांग को लेकर कर्मचारियों ने अनिश्चिकालीन धरना शुरू कर दिया है. धरने पर बैठे कर्मचारियों ने सरकार और प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और उपायुक्त से अनुभव के आधार पर डीसी रेट लागू किए जाने की मांग की. साथ ही कर्मचारियों ने आरोप लगाया कि सिरसा जिले में प्रदेश के अन्य जिलों की तुलना में सबसे कम डीसी रेट लागू है.
धरने पर सर्व कर्मचारी संघ
उन्होंने सरकार और जिला प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर सरकार ने उनकी मन मांगे पूरी नहीं की तो वे अपने आंदोलन को और तेज करने पर मजबूर हो जाएंगे. उन्होंने सिरसा के डीसी से इस मामले में हस्तक्षेप कर मामले को सुलझाने की मांग की. उन्होंने सरकार और जिला प्रशासन को चेतावनी भी देते हुए कहा कि अगर सरकार ने उनकी मन मांगे पूरी नहीं की तो वे अपने आंदोलन को और तेज करने पर मजबूर हो जाएंगे.
मीडिया से बात करते सर्व कर्मचारी संघ के जिला महासचिव राजेश कुमार भाकर ने बताया कि सिरसा में अनुभव के आधार पर डीसी रेट नहीं दिया जा रहा है, लेकिन हरियाणा के 15 जिलों में डीसी रेट अनुभव के हिसाब से दिया जा रहा है. उन्होंने कहा कि उनके कर्मचारियों ने कई बार जिला प्रशासन से इस बारे में बात की है, लेकिन अभी तक उनकी समस्या का समाधान नहीं हुआ है.
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उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन की नीतियों के विरोध में अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया है. उन्होंने सरकार और जिला प्रशासन से मांग की है कि अगर सरकार और जिला प्रशासन ने उनकी मांग को पूरा नहीं की, तो वे अपने आंदोलन को और तेज करने पर मजबूर हो जाएंगे.