सिरसा: जिले में पिछले 3 दिन से हो रही बरसात किसानों के लिए वरदान के रूप में साबित हुई है. धान की रोपाई (plantation of paddy) के लिए पानी की मात्रा को बारिश ने पूरा कर दिया. बता दें कि सरकार ने धान की रोपाई का समय 15 जून निर्धारित किया था. किसानों के लिए बारिश और सरकार द्वारा दिया गया निर्देश दोनों के संयोग ने किसानों के लिए वरदान का काम किया है.
ईटीवी भारत की टीम ने सिरसा (sirsa) जिले के गांव बेगू का दौरा किया. इस गांव में प्रवासी मजदूरों द्वारा फसल की रोपाई की जा रही थी. फसल की रोपाई के लिए पर्याप्त मात्रा में बारिश होने से किसान भी खुश नजर आ रहे थे.
गांव बेगू के किसान जसपाल सिंह से जब धान रोपाई को लेकर बात की गई तो जसपाल सिंह ने बताया कि सरकार ने धान की फसल को बोने का जो समय निर्धारित किया था. हमने निर्धारित समय पर ही धान की रोपाई (plantation of paddy) शुरू की है. किसान ने बताया कि पिछले दिनों जो बरसात हुई है वह किसानों के लिए वरदान साबित हुई है.
किसान जसपाल सिंह ने बताया कि अब धान की कटाई सितंबर माह के अंत में होगी. साथ ही उन्होंने बताया कि यदि फसल किसी प्राकृतिक आपदा के करण नष्ट हो जाती है तो किसानों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ता है. जसपाल सिंह का कहना है कि किसान आज दिल्ली बॉर्डर (delhi border) पर डटे हुए हैं. अब धान रोपाई का भी समय आ गया है. ऐसे में किसानों के पास दोहरी जिम्मेदारी आ गई है.
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ट्यूबल कनेक्शन को लेकर बिजली मंत्री रणजीत चौटाला द्वारा दिये गए बयान को लेकर जब किसान जसपाल सिंह से पूछा गया तो किसान ने बताया कि वह केवल चंडीगड़ में बेठकर बयान जारी कर सकते हैं. किसान ने कहा कि सच तो यह है कि नहरों में पानी एक महीना में केवल 7 दिन ही दिया जाता है जो कि खेती के लिए प्रयाप्त नहीं है. किसान ने बताया कि नहरों की सफाई की तरफ सरकार का कोई ध्यान नहीं है.
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