अंबाला: हरियाणा मौसम विभाग ने दो दिन तक बारिश का अलर्ट जारी किया था. हालांकि कल अंबाला में बारिश नहीं हुई. लेकिन रात होते समय अंबाला में हल्की बूंदा-बांदी शुरू हो गई और सुबह चार बजे से गरज और तेज हवाओं के साथ तेज बारिश शुरू हो गई. जो कि सुबह 10 बजे तक रुक-रुक कर होती रही. बारिश से कहीं फायदा तो कहीं पर नुकसान भी हो गया. एक तरफ बारिश से जहां किसानों के चेहरे खिल उठे तो लोगों को जलभराव का सामना भी करना पड़ा.
बारिश से राहत भी आफत भी: बारिश के कारण गलियों में पानी भर गया, जिससे लोगों परेशानियों का सामना करना पड़ा. हालांकि रविवार की छुट्टी होने की वजह से लोगों ने बारिश का खूब आनंद भी लिया. लुढ़कते पारे के बीच लोग घरों में दुबके रहे और अलाव सेंकते रहे. बारिश के मौसम का इंजॉय करते लोगों ने बताया कि घर में खूब अच्छे-अच्छे पकवान बनाए गए, जिससे बारिश का मजा दोगुना हो गया. कुल मिलाकर बारिश से कभी खुशी तो कभी गम वाला तालमेल देखने को मिला.
किसानों के लिए फायदेमंद बारिश: वहीं, किसानों के लिए बारिश काफी फायदेमंद मानी जा रही है. जिससे किसानों के चेहरे पर भी रौनक देखने को मिली. बारिश से मिट्टी में पोषक तत्व घुल जाते हैं. जिससे फसलों को ये तत्व मिलते हैं. उनकी बढ़ोतरी होती है. साथ ही बारिश से किसानों को फसलों में पानी देने की जरूरत नहीं पड़ती. बारिश से रबी की फसलों का ज्यादा फायदा होता है. सरसों और गेहूं के लिए बारिश वरदान मानी जाती है.
स्थानीय लोग प्रशासन से नाराज भी खुश भी: स्थानीय लोग नगर परिषद को खरी-खोटी सुनाते नजर आए. उनका कहना है कि पहले कई बार इसकी गुहार लगा चुके हैं कि पानी की निकासी की जाए. लेकिन नगर परिषद सुनने को तैयार नहीं है. लोगों को बीमारी फैलने का भी खतरा सता रहा है. अगर इस समस्या का समाधान न हुआ तो लोग अपना मकान बेचकर कहीं और जाने की सोच रहे हैं. एक बार फिर से लोग नगर परिषद से पानी निकासी की गुहार लगा रहे हैं. हालांकि स्थानीय निवासी सरकार द्वारा किए जा रहे विकास कार्य की सराहना करते भी नजर आए.
ये भी पढ़ें: हरियाणा में लगातार हो रही बारिश, शीतलहर चलने से बढ़ी ठंड, 7 जिलों में बारिश का अलर्ट, ओलावृष्टि की भी संभावना
ये भी पढ़ें: ठंड और बारिश से परेशान 'सब्जियों का राजा', पुखराज से लेकर नीलकंठ तक कारगर है एरोपोनिक प्रणाली