सिरसा: डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम का शाही परिवार एक बार फिर से चर्चाओं में आ गया है. बाबा के परिवार के चर्चा में आने की वजह यह कि सोशल मीडिया एकाउंट शेयर किया गया एक लेटर है. ये लेटर राम रहीम के परिवार के नाम पर चल रहे एक सोशल मीडिया पर शेयर किया गया है. लेट पर परमार्थ इक्ट्ठा करने की बात लिखी गई है. यह लेटर सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है और अब इसको लेकर अब कई चर्चाएं छिड़ गई है.
राम रहीम के परिवार ने क्या कहा- इस लेटर को डेरा प्रमुख की बेटी अमरप्रीत और चरणप्रीत इंसां ने भी रि-ट्वीट किया है. परिवार ने इस मामले में सफाई देते हुए लिखा है कि हमने कभी परमार्थ इक्ट्ठा करने के लिए नहीं कहा. आप ऐसे लोगों से बचकर रहे. अगर किसी ने हमारा नाम लेकर परमार्थ मांगा है या हमारे नाम से परमार्थ ले लिया है तो उस व्यक्ति की पूरी डिटेल व अपनी डिटेल मैसेज कीजिए, जिसकी जांच करके आपसे संपर्क करेंगे. कुछ शरारती लोग अपने स्वार्थ के लिए गुप्त मीटिंग करके हमारे बारे में गलत प्रचार कर रहे हैं. लोगों को गुमराह कर रहे हैं. हमारी छवि खराब कर रहे हैं.
ऐसा करने वालों की आपके पास जानकारी है तो हमें मैसेज करें ताकि उन उनके खिलाफ कानूनी कारवाई कर सकें. सुनने में यह भी आया है कि हमारे बारे में कहा जा रहा है कि हमने विदेशों में कारोबार व घर व्यवस्थित कर रखे हैं, जो सरासर झूठ हैं. इसमें रत्ती भर भी सच्चाई नहीं है. हमें पता है कि अब यह शरारती लोग अपने स्वार्थ पूर्ति के लिए पूरे प्रयास करेंगे. आप यह संदेश सब तक पहुंचाएं और हमें इस कठिन समय में आपके सहयोग की जरूरत है. लेटर के आखिरी में राम रहीम की मां नसीब कौर इंसां, जसमीत सिंह इंसां, चरणप्रीत इंसां, अमरप्रीत इंसां का नाम लिखा है. बता दें कि किसी को पैसों से मदद करना या दान स्वरूप कोई राशि देना डेरा सच्चा सौदा में परमार्थ कहलाता है.
काफी समय से बाबा परिवार में चल रही कड़वाहट- बता दें कि परिवार और डेरा प्रबंधन के बीच काफी समय से कड़वाहट चल रही है और राम रहीम का परिवार भी विदेश में सेटल हो रहा है. पत्र की भाषा से स्पष्ट हो रहा है कि डेरे में उनके नाम पर प्रेमियों से धन इक्ट्ठा किया जा रहा है. पत्र में लिखा गया है कि हमारा नाम लेकर लोगों से परमार्थ इक्ट्ठा किया जा रहा है, जबकि हमने कभी भी किसी को भी परमार्थ इक्ट्ठा करने के लिए नहीं कहा.
आपको बता देंं कि डेरा प्रमुख की बेटी अमरप्रीत अपने परिवार के साथ विदेश जा चुकी है. जब वह विदेश गई थी उस दौरान उनसे मिलने डेरा प्रबंधन के सदस्य भी नहीं आए. अमरप्रीत ने ट्वीट करके अपना दर्द भी बयां किया था कि उन्हें परिवार छोड़ने के लिए मजबूर किया गया. पिछले दिनों नौंवी चिट्ठी में डेरा प्रमुख ने सांध संगत के नाम संदेश देकर विवादों को विराम देने का प्रयास किया था. डेरा प्रमुख ने चिट्ठी में पहली बार अपने परिवार के सदस्यों के नाम लिए.
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