सिरसा: जिले को नशा मुक्त बनाने के लिए प्रशासनिक कवायद शुरू हो गई है. जिला उपायुक्त के निर्देशों के बाद महिला एवं बाल विभाग की जिला कार्यक्रम अधिकारी डॉ. दर्शना सिंह ने कार्यालय में कर्मचारियों की बैठक ली. इस दौरान नशा मुक्त सभी खंडों के बाल विकास अधिकारी और कर्मचारी मौजूद रहे. बैठक में गांव स्तर पर 11 महिला सदस्यों की कमेटी बनाने, टॉल फ्री नंबर की लोगों को जानकारी देने और नशे के दुष्प्रभावों के बारे लोगों को जागरूक करने को लेकर रणनीति बनाई गई.
डॉ. दर्शना ने बताया कि नशा मुक्ति अभियान को सफल बनाने के उद्देश्य से गांव में महिलाओं की कमेटी का गठन किया जाएगा. कमेटी में 11 महिला सदस्य होंगी. जिसमें महिला सरपंच, पंच, आंगनवाड़ी वर्कर, हेल्पर, गांव स्तरीय कमेटी की महिला प्रधान, गांव की गणमान्य महिला, आशा वर्कर को शामिल किया जाएगा.
उन्होंने बताया कि ये कमेटियां गांव में लोगों विशेषकर युवाओं को नशा के दुष्प्रभाव बारे में जागरूक करते हुए नशा छोड़ने के लिए प्रेरित करेंगी. डॉ. दर्शना ने सभी सीडीपीओ को निर्देश दिए कि वे अपने-अपने ब्लॉक में कमेटी के लिए महिला सदस्यों को चिन्हित करें. ताकि जल्द से जल्द कमेटी का गठन किया जा सके.
वहीं जिला उपायुक्त ने बताया कि नशे के व्यापार पर अंकुश लगाने और युवाओं को नशे से बचाने के लिए प्रत्येक गांव में 11 महिलाओं की एक टीम गठित करने का भी फैसला किया गया है. जो हर घर में जाकर नशे के खिलाफ महिलाओं को जागरूक करेंगी.
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बता दें कि पिछले एक दशक में सिरसा के युवाओं को नशे ने इस कदर जकड़ लिया है कि वो अब नशे के लिए हेरोइन के साथ केमिकल नशा भी करने लगे हैं. यही कारण है कि सिरसा में आए दिन कोई ना कोई व्यक्ति नशीले पदार्थों के साथ पकड़ा जाता है.