सिरसा: किसान संगठन एक बार फिर से लामबंद होने के लिए देशभर से दिल्ली के लिए रवाना (Farmers organization going from Sirsa to Delhi) हो चुके हैं. तीनों कृषि कानूनों के विरोध, MSP को लागू करने, दिल्ली आंदोलन में मरने वाले किसानों को शहीदी का दर्जा दिलाने सहित अनेक मांगों को लेकर आज हरियाणा भर से भी काफी किसानों ने आज दिल्ली कूच कर दिया है. इसी कड़ी में सिरसा से भी काफी संख्या में किसान आज दिल्ली के जंतर मंतर पर एक दिवसीय धरना-प्रदर्शन के लिए सिरसा से रवाना हुए. किसान सुबह 3 बजे सिरसा एक्सप्रेस ट्रेन के जरिए रवाना हुए हैं. किसान एकता जिंदाबाद के किसान संगठनों ने नारे भी लगाए.
दिल्ली में किसानों की महापंचायत: दिल्ली जंतर मंतर किसानों के एक दिवसीय धरने (Kisan Mahapanchayat at jantar mantar) के लिए भारतीय किसान एकता यानी बीकेई सिरसा की टीम सुबह 3 बजे सिरसा से दिल्ली की ओर ट्रेन से रवाना हुई. इसके लिए सभी किसान रात को ही गुरुद्वारा साहिब पातशाही दसवीं में पहुंच गए. यहां से हाथों में किसानी के झंडे लेकर किसान एकता जिंदाबाद के नारे लगाते हुए सिरसा रेलवे स्टेशन पर पैदल मार्च निकालते हुए दिल्ली की ओर रवाना हुए.
क्या किसान संघ की मांग: वहीं, इस दौरान मीडिया से बातचीत करते हुए किसान नेता लखविंदर सिंह औलख ने बताया कि लखीमपुर खीरी के शहीद किसानों को इंसाफ दिलाने, केन्द्र सरकार द्वारा पारित नए बिजली संशोधन बिल रद्द करवाने, किसान मजदूर की कर्जमुक्ति, एमएसपी गारंटी कानून बनवाने, सभी आंदोलनकारी किसानों के मुकदमे रद करवाने सहित किसानों की अन्य लंबित मांगों को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा अराजनीतिक द्वारा दिल्ली के जंतर मंतर पर एक दिन के संकेतिक धरना-प्रदर्शन (farmers protest in Delhi) आयोजित गया है.
उन्होंने कहा कि संयुक्त मोर्चे के फैसले पर फूल चढ़ाते हुए देश भर के किसान आज जंतर मंतर पर हाजरी लगाकर सिद्ध कर देंगे कि बेशक दिल्ली के बॉर्डर से एक बार आंदोलन को स्थगित कर दिया है. यदि सरकार किसानों के साथ किए वादे से पीछे हटती है तो अपने अधिकारों की रक्षा के लिए देश का किसान संयुक्त मोर्चा भी आगामी आंदोलन के लिए तैयार है. और आंदलोन की पूरी जिम्मेदारी सरकार की होगी.