सिरसा: संयुक्त किसान मोर्चा के नेता बलदेव सिंह सिरसा देर शाम सिरसा पहुंचे और एक निज होटल में पत्रकारों से रूबरू हुए. इस दौरान उन्होंने किसानों के आंदोलन को लेकर चर्चा की और कुछ अहम जानकारियां व आगे की रणनीति भी साझा की.
उन्होंने कहा कि 26 जनवरी के बाद हालात बदले हैं. 26 जनवरी प्रकरण को लेकर हमे लगा कि संघर्ष को झटका लगा है, लेकिन दो दिन बाद हालात बदल गए और संघर्ष और मजबूत हुआ. इस आंदोलन में युवा की अहम भूमिका है. उन्होंने कहा कि किसान आंदोलन से युवा लगातार जुड़ रहे हैं. किसान आंदोलन रूपी संघर्ष पूरे यौवन पर है.
बलदेव सिंह सिरसा ने कहा कि सरकार अपनी हार मान चुकी है, लेकिन मानने को तैयार नहीं है.हमारी रणनीति है कि जैसे हमने 18 को रेल रोको आंदोलन किया था. वो कामयाब रहा. उन्होंने कहा कि रणनीति बनती रहेगी, लेकिन संघर्ष जारी है.
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वहीं 26 जनवरी को हुई एक किसान की मौत को लेकर बलदेव सिंह सिरसा ने दिल्ली पुलिस पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि 26 जनवरी को जिस किसान की मौत हुई थी. वो ट्रैक्टर फिसलने से नहीं, बल्कि पुलिस की गोली लगने से हुई है. इसलिए किसान आंदोलन के दौरान वो युवाओं को डिस्प्लीन में रखेंगे. ताकि कोई संघर्ष को कोई नुकसान नहीं हो.
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उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा पारित तीन कृषि कानून किसानों के हित में है ही नहीं. ये कानून तो किसानों को पूंजीपतियों के हाथों कठपुतली बनाने के लिए बनाए गए हैं. बलदेव सिंह ने कहा कि जब तक केंद्र सरकार तीनों कृषि कानूनों को वापस नहीं लेती. किसानों का ये प्रदर्शन जारी रहेगा.
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