रोहतक: बहुचर्चित जाट कॉलेज अखाड़ा हत्याकांड में सोमवार को एडिशनल सेशन जज गगनगीत कौर की कोर्ट में एसएफएल इंचार्ज समेत 3 लोगों की गवाही हुई. इस दौरान मुख्य आरोपी सुखविंद्र को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कोर्ट में पेश किया गया, जबकि एक अन्य आरोपी को व्यक्तिगत तौर पर पुलिस ने कोर्ट में पेश किया. अब इस मामले की अगली सुनवाई 3 जून को होगी.
ये है पूरा मामला: 12 फरवरी 2021 को जाट कॉलेज अखाड़ा में हत्याकांड हुआ था. कुश्ती कोच मनोज मलिक, उसकी पत्नी साक्षी मलिक, 4 साल के बेटे सरताज, कोच सतीश मांडौठी और खिलाड़ी प्रदीप मलिक और पूजा तोमर की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. जबकि एक अन्य कोच अमरजीत को भी गोली मारी गई थी. गोली लगने के कारण वह घायल हो गया था. इस हत्याकांड में सोनीपत के बरोदा गांव के कोच सुखविंद्र मोर का नाम सामने आया था. पुलिस ने कोच मनोज मलिक के भाई प्रमोज की शिकायत पर हत्या का केस दर्ज कर लिया था.
हत्याकांड के बाद मुख्य आरोपी हो गया था फरार: हत्याकांड के बाद सुखविंद्र मोर कार से दिल्ली फरार हो गया था, जिसे दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार किया था. पुलिस की प्रारंभिक पूछताछ में सामने आया था कि सुखविंद्र ने जाट कॉलेज अखाड़े पर कब्जे को लेकर ही ये हत्याएं की थी. सुखविंद्र का कोच मनोज मलिक के साथ विवाद चल रहा था. मनोज मलिक सोनीपत के सरगथल का रहने वाला था. सुखविंद्र फिलहाल रोहतक की सुनारिया जेल में बंद है. बाद में पुलिस ने सुखविंद्र को हथियार सप्लाई करने वाले यूपी के मनोज को भी गिरफ्तार किया था.
क्या कहते हैं शिकायतकर्ता पक्ष के वकील?: शिकायतकर्ता पक्ष के वकील जय हुड्डा ने बताया कि सोमवार को एसएफएल इंचार्ज सरोज दहिया के अलावा गवाह मोहित व सुमित ड्राफ्टमैन की गवाही हुई. मुख्य आरोपी सुखविंद्र को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कोर्ट में पेश किया गया जबकि एक अन्य आरोपी मनोज को व्यक्तिगत तौर पर पेश किया गया. इस हत्याकांड में कुल 66 गवाह हैं.
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