रोहतक: जिले के महम कस्बे के खरकड़ा गांव के रहने वाले 33 वर्षीय जोगेंद्र सिंह शहीद हो गए हैं. बताया जा रहा है कि बुधवार को राजस्थान के सूरतगढ़ में युद्धाभ्यास के दौरान जोगेंद्र सिंह चोट लगने की वजह से घायल हो गए थे जिसके बाद इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई. वहीं शनिवार को जोगेंद्र सिंह का पार्थिव शरीर रोहतक जिले के खरकड़ा गांव ला गया जहां पूरे राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया.
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बता दें कि जोगेंद्र सिंह सेना की आर्म्ड फोर्स में नायक के पद पर कार्यरत थे, जिनकी तैनाती फिलहाल राजस्थान के सूरतगढ़ में थी. ग्रामीणों के अनुसार बुधवार को जवान टैंक से मॉक ड्रिल कर रहे थे और उस दौरान एक टैंक पर तीन जवान बैठे हुए थे.
मॉक ड्रिल के दौरान धूल ज्यादा होने की वजह से चालक को आगे दिखाई नहीं दिया और इसी दौरान वहां पर एक पेड़ की टहनी टैंक के ढक्कन पर जा लगी. जिस कारण टैंक का ढक्कन टूट गया और पीछे खड़े जोगेंद्र सिंह के मुंह पर जा लगा. शुक्रवार सुबह परिजनों के पास सेना के अधिकारियों का फोन आया जिन्होंने जोगेंद्र सिंह के निधन की जानकारी दी.
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परिजनों ने बताया कि 12वीं करने के बाद ही जोगेंद्र सिंह की सेना में नौकरी लग गई थी. वो करीब दो महीने पहले ही छुट्टी पर घर आए थे और अब अगले दो महीने बाद उन्हें रिटायर होना था. इसके बाद जोगेंद्र सिंह की पुलिस में भर्ती होने की तैयारी थी. जोगेंद्र के परिवार में उनकी पत्नी सुमन, छह वर्षीय बेटा आर्यन और तीन वर्षीय बेटा समर है. जोगेंद्र दो बहनों में इकलौते भाई थे. उनके निधन के बाद पूरे परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है.