रोहतक: अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस दुनिया भर के कई देशों में मनाया जा रहा है. यह एक ऐसा दिन है जब महिलाओं को बिना भेदभाव के बिना उनके राष्ट्रीय, जातीय, भाषाई, सांस्कृतिक, आर्थिक या राजनीति में उनकी उपलब्धियों को लेकर याद किया जाता है. अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस ने विकसित और विकासशील देशों में महिलाओं को एक वैश्विक आयाम दिया है. ऐसे में महिला दिवस के मौके पर रोहतक सिटी मजिस्ट्रेट मोहित महराना ने अनूठी पहल करते हुए 12वीं कक्षा की छात्रा को एक दिन के लिए सिटी मजिस्ट्रेट बनाकर (One day city magistrate of Rohtak) महिला सशक्तिकरण पर जोर दिया है.
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर रोहतक में सिटी मजिस्ट्रेट ने बारहवीं कक्षा की एक छात्रा को प्रतीकात्मक तौर पर सिटी मजिस्ट्रेट (नगराधीश) की कुर्सी पर बैठाया. इसके जरिए सिटी मजिस्ट्रेट मोहित महराना ने (Rohtak City Magistrate Mohit Mahrana) महिला सशक्तिकरण पर जोर दिया है. ऐसे में मंगलवार का दिन रोहतक के एमडीएन स्कूल की बारहवीं कक्षा की छात्रा मुस्कान सिगरोहा के लिए खास रहा. वह एक दिन के लिए प्रतीकात्मक तौर पर रोहतक की सिटी मजिस्ट्रेट बनी. इस दौरान उन्होंने प्रशासनिक कार्यवाही को ध्यानपूर्वक देखा और समझा.
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इस दौरान सिटी मजिस्ट्रेट मोहित महराना ने कहा कि महिलाओं का हर व्यक्ति के जीवन में महत्वपूर्ण योगदान होता है. एक दिन के लिए छात्रा मुस्कान को सिटी मजिस्ट्रेट की कुर्सी पर बैठाने का उद्देश्य यह था कि वह समझ सके कि प्रशासनिक कार्य किस प्रकार से किया जाता है. साथ ही मुस्कान जैसी लड़कियां जो सपनों को पंख लगाना चाहती हैं, वह प्रेरित हो सकें. वहीं, छात्रा मुस्कान ने कहा कि एक दिन के लिए सिटी मजिस्ट्रेट की कुर्सी पर बैठकर खुशी का अनुभव हो रहा है. मुस्कान ने बताया कि बचपन से ही उसका सपना सिविल सर्विसिज में जाने का है. जिसके जरिए वह आम लोगों की सेवा करेगी. उन्होंने कहा कि लोगों को समय पर सेवाएं मिलें, यह उद्देश्य है.
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