रोहतक चर्च विवाद बढ़ता जा रहा है. वीरवार को रोहतक में धर्म रक्षा समिति की बैठक में हिंदू संगठनों ने फैसला किया कि हिंदू संगठन रोहतक में क्रिसमस का जश्न नहीं मनाने के लिए लोगों को प्रेरित करेंगे. बैठक में तय किया गया कि छोटे-छोटे समूहों में रोहतक के स्कूलों में जाकर क्रिसमस नहीं मनाए जाने और बच्चों को सेंटा क्लॉज नहीं बनाने के लिए प्रेरित किया जाएगा.
बैठक की अध्यक्षता महामंडलेश्वर स्वामी राघवेंद्र भारती ने की. साथ ही अभिभावकों से भी अनुरोध किया जाएगा कि वे 25 दिसंबर को बच्चों को स्कूलों में सेंटा क्लॉस बनाकर न भेजें. स्वामी राघवेंद्र भारती ने आरोप लगाया कि इंदिरा कॉलोनी स्थित चर्च में धर्मांतरण किया जाता है. भोले-भाले और गरीब लोगों को झांसा देकर धर्म परिवर्तन कराया जा रहा है. वहीं विश्व हिंदू परिषद के नेता अमित कुमार व तिलकराज ने कहा कि क्रिसमस पूर्ण रूप से हिंदू संस्कृति के विपरीत है. इसलिए इसका विरोध किया गया है.
गौरतलब है कि पिछले सप्ताह इंदिरा कॉलोनी में यीशू धाम चर्च के बाहर हिंदू संगठनों ने प्रदर्शन कर दिया था और रोहतक चर्च में धर्म परिवर्तन (religion conversion in rohtak church) कराए जाने का आरोप लगाया था. जिस समय यह हंगामा हुआ था तब चर्च में प्रार्थना सभा चल रही थी.
ये भी पढ़ें- Rohtak Church Dispute: धर्म परिवर्तन का आरोप लगाते हुए कुछ लोगों ने चर्च पर बोला धावा, पुलिस से हुई झड़प
पुलिस प्रशासन के अधिकारियों ने किसी तरह स्थिति पर नियंत्रण पाया. जिसके बाद अगले दिन ईसाई समुदाय और हिंदूवादी संगठनों के सदस्यों ने अलग-अलग प्रदर्शन कर विरोध दर्ज (Rohtak Church controversy) कराया था. ईसाई समुदाय ने धर्म परिवर्तन की बात से साफ तौर पर इंकार किया था जबकि हिंदूवादी संगठनों ने धर्मांतरण पर कानून बनाए जाने की मांग की है.
हरियाणा की विश्वसनीय खबरों को पढ़ने के लिए गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड करें Etv bharat APP