रोहतक: प्रदेश सरकार की बांड पॉलिसी के विरोध में वीरवार को पीजीआईएमएस के एमबीबीएस विद्यार्थियों ने शहर में रोष मार्च (MBBS students protest in Rohtak) निकाला. इस रोष मार्च की शुरुआत पीजीआईएमएस निदेशक कार्यालय के सामने से हुई. यह रोष मार्च शहर के कई मार्गों से होता हुआ लघु सचिवालय पहुंचा. इस रोष मार्च में शामिल विद्यार्थियों ने प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. इन विद्यार्थियों की एक ही मांग है कि बांड पॉलिसी को पूर्ण रूप से रद्द किया जाए.
प्रदेश सरकार की ओर से हाल ही में पॉलिसी में किया गया संशोधन भी इन विद्यार्थियों को मंजूर नहीं है. छात्रों का कहना है कि यह पॉलिसी (bond policy of Haryana) पूरी तरह से विद्यार्थी और शिक्षा विरोधी है. बता दें कि एमबीबीएस के विद्यार्थी पिछले 10 दिन से बांड पॉलिसी के विरोध में आंदोलन कर रहे हैं. 4 नवंबर की रात को पुलिस ने इन विद्यार्थियों पर वॉटर कैनन का इस्तेमाल करते हुए जबरन धरनास्थल से उठा दिया था. फिर उन्हें हिरासत में ले लिया (bond policy of haryana) गया था.
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वे उस सभागार के बाहर जाकर धरने पर बैठ गए थे, जिसमें अगले दिन मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर और राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय शिरकत करने वाले थे. आंदोलनकारी विद्यार्थियों की मुख्यमंत्री से मुलाकात भी कराई गई थी, लेकिन मुख्यमंत्री ने बांड पॉलिसी को वापस लेने से इंकार कर दिया था. इसके बाद विद्यार्थियों ने आंदोलन जारी रखा. प्रदेश भर के बाकी मेडिकल कॉलेज के विद्यार्थी भी आंदोलन पर उतर आए. विरोध बढ़ता देख प्रदेश सरकार ने पॉलिसी में कुछ संशोधन कर दिया. लेकिन यह संशोधन भी विद्यार्थियों को मंजूर (students protest in Rohtak) नहीं है.