रोहतक: इन दिनों हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल जनसंवाद कार्यक्रम कर लोगों से मुलाकात कर रहे हैं. वो इस दौरान लोगों की समस्याएं सुनते हैं और उनका मौके पर समाधान करने की कोशिश करते हैं. जनसंवाद कार्यक्रम के तहत सीएम तीन दिवसीय सिरसा के दौरे पर हैं. यहां पहले दिन सरपंचों ने सीएम के कार्यक्रम का विरोध किया. जिसके बाद पुलिस ने किसानों पर लाठीचार्ज किया. इसके बाद फिर से दूसरे दिन भी उनके कार्यक्रम में हंगामा हुआ.
इस बारे में जब नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र हुड्डा से सवाल किया गया तो उन्होंने कहां कि ये कोई जनसंवाद कार्यक्रम नहीं बल्कि स्वयं संवाद कार्यक्रम है. भूपेंद्र हुड्डा ने कहा कि मुख्यमंत्री को 9 साल बाद जनसंवाद की याद आई है. जिसका अब कोई औचित्य नहीं है. वैसे भी जनता इसके नकार चुकी है. ना तो सीएम ने प्रदेश का कोई विकास किया, ना ही जनहित की कोई योजना बनाई. इतना ही नहीं ये दोनों गठबंधन का कॉमन मिनिमम घोषणाएं भी नहीं बना पाए.
उन्होंने कहा कि घोषणापत्र में तो इन्होंने बड़े-बड़े दावे किए थे, जिनमें से एक भी घोषणा को पूरा नहीं किया गया है. पूर्व मुख्यमंत्री ने प्रदेश में नौकरियों का मुद्दा उठाया और कहा कि हालात ये बन गए हैं कि प्रदेश के युवाओं को नौकरियां ही नहीं दी जा रही है. जो भी नौकरी हैं, वो बाहरी प्रदेश के लोगों को मिल रही हैं. प्रदेश में लगातार बढ़ रहे नशे के मामलों पर भी भूपेंद्र हुड्डा ने कहा कि आज प्रदेश का युवा लगातार नशे की गर्त में फंसता जा रहा है.
सरकार नशे पर लगाम लगाने में पूरी तरह से नाकाम साबित रही है. प्रदेश के युवाओं को खेल की तरफ मोड़ने के लिए कांग्रेस सरकार के शासनकाल में जो खेल स्टेडियम बनाए थे, उनका भी बुरा हाल है और हालात ये बन गए हैं कि अब प्रदेश का युवा खेल छोड़कर नशे में फंसता जा रहा है. उन्होंने कहा कि पिछली कई भर्तियों का रिकॉर्ड उठाकर अगर देखें तो कोई भी भर्ती ऐसी नहीं है, जिसमें बाहरी प्रदेश के लोगों को तवज्जो नहीं दी गई हो.
हुड्डा ने सवाल उठाया कि क्या हरियाणा के युवाओं में काबिलियत नहीं है. वर्तमान सरकार ने प्रदेश को हर क्षेत्र में पीछे कर दिया, जिस कारण से प्रदेश के अंदर बेरोजगारी, अपराध और नशे के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं. कर्नाटक विधानसभा चुनाव परिणाम पर भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि प्रजातंत्र में हार जीत होती रहती है. इसलिए हार को स्वीकार कर कमी को दूर करना चाहिए.