रोहतक: विदेश में राहुल गांधी के संबोधन को लेकर के हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री व नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने बेबाकी से जवाब देते हुए कहा कि अगर उनके संबोधन में कोई देश की प्रतिष्ठा को आघात पहुंचाने वाली बात होती तो वह खुद ही राहुल गांधी से माफी की मांग करते. उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी बेवजह इस मुद्दे पर राजनीति कर रही है. भूपेंद्र सिंह हुड्डा रोहतक स्थित अपने आवास पर एक पत्रकार वार्ता में बोल रहे थे.
इसके साथ ही भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी लोगों का ध्यान भटकाने के लिए इसे मुद्दा बना रही है. क्योंकि जिस तरह से राहुल गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा कर जनता को अपनी तरफ खींचा है उससे भारतीय जनता पार्टी बौखलाई हुई है.
नेता प्रतिपक्ष ने कहा है कि हरियाणा में कांग्रेस की सरकार बनते ही बुढ़ापा पेंशन 6 हजार रुपए प्रति माह की जाएगी. किसानों के लिए एमएसपी को लेकर कानून बनाया जाएगा, पिछड़े वर्ग में क्रीमी लेयर की सीमा 10 लाख रुपए और गरीबों को पक्के मकान दिए जाएंगे. इसके अलावा उन्होंने विपक्षी नेताओं पर ईडी और सीबीआई की छापेमारी पर कहा कि सरकारी एजेंसियां का राजनीतिक फायदे के लिए दुरुपयोग नहीं होना चाहिए
वहीं, भूपेंद्र सिंह हुड्डा का कहना है कि मौजूदा प्रदेश सरकार प्रदेश को लूटने में लगी हुई है. भ्रष्टाचार बेरोजगारी और अपराध के मामले में प्रदेश नंबर वन बना हुआ है. कांग्रेस सरकार के दौरान हरियाणा पब्लिक सर्विस कमीशन में कभी करोड़ों रुपए नहीं पकड़े गए और ना ही कोई पेपर लीक हुआ. अब जिस तरह से हाथ से हाथ जोड़ो कार्यक्रम में जन समर्थन मिल रहा है उससे प्रदेश में कांग्रेस पार्टी की सरकार बननी तय है और जिसके बाद हरियाणा में किसानों को कर्जा मुक्ति की तरफ ले जाने पर काम होगा, 300 यूनिट बिजली फ्री दी जाएगी और एमएसपी की गारंटी भी दी जाएगी.
पूर्व केंद्रीय मंत्री व भाजपा नेता बिरेंद्र सिंह के सुशील गुप्ता और भूपेंद्र सिंह हुड्डा के साथ बैठकर राजनीतिक चर्चा करने वाले बयान पर कटाक्ष करते हुए भूपेंद्र हुड्डा बोले कि मैं तो आज भी कांग्रेस पार्टी में हूं लेकिन वह इधर-उधर घूम रहे हैं. बिरेंद्र सिंह अगर कांग्रेस में आना चाहते हैं तो वह उनसे पूछा जाना चाहिए. उसके बाद ही मैं कोई जवाब दे पाउंगा. जहां तक अभय सिंह चौटाला भारतीय जनता पार्टी का दबाव होने के आरोप लगा रहे हैं तो मैं नहीं अभय सिंह चौटाला भारतीय जनता पार्टी के दबाव में रहते हैं. अभय सिंह चौटाला यह बताएं कि राष्ट्रपति के चुनाव में उन्होंने किस को वोट दिया था.