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टोल फ्री कर रोहतक के किसान बोले- संशोधन की कोई गुंजाइश नहीं, कानून रद्द करें

अब किसानों ने भी जिद पकड़ ली है कि अब इन कानूनों में संशोधन की कोई गुंजाइश नहीं बस इन्हें हर हाल में सरकार वापस ले तब यह आंदोलन खत्म होगा.

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कृषि कानून के विरोध में आंदोलन कर रहे किसान
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Published : Dec 25, 2020, 7:52 PM IST

रोहतक: कृषि कानून के विरोध में धरने पर बैठे किसानों की वजह से लगातार सरकार नुकसान उठा रही है. आज किसानों ने आक्रोषित हो तीन दिन प्रदेश के टोल बन्द रखने का निर्णय लिया है. जिस वजह से सरकार को करोड़ो रुपये की चपत लगी. किसानों ने सरकार को चेतावनी भी दे डाली, अगर फिर भी सरकार नही मानी तो आन्दोल को ओर तेज कर दिया जाएगा.

कृषि कानून के विरोध में आंदोलन कर रहे किसानों का यह आंदोलन दिन प्रतिदिन उग्र होता जा रहा है. आज किसानों ने ऐलान किया था कि वह 25, 26 और 27 दिसंबर को प्रदेश के सभी टोल नाकों को बंद रखेंगे जिसकी वजह से आने-जाने वाले वाहनों की एंट्री फ्री होगी.

कृषि कानून के विरोध में आंदोलन कर रहे किसान, देखिए वीडियो

अब संशोधन की गुंजाइश नहीं है- किसान

किसानों के आंदोलन के चक्कर में सरकार को लाखों रुपये का नुकसान हर रोज होगा, लेकिन सरकार की मजबूरी देखिए ना ही तो किसानों को आंदोलन से उठा पा रही है और ना ही तीन कृषि कानूनों के बारे में किसानों को समझा पा रही है. अब किसानों ने भी जिद पकड़ ली है कि अब इन कानूनों में संशोधन की कोई गुंजाइश नहीं बस इन्हें हर हाल में सरकार वापस ले तब यह आंदोलन खत्म होगा.

आंदोलन और भी तेज होगा- किसान

वहीं दूसरी ओर किसानों का कहना है कि आज उन्हें सांकेतिक रूप से 3 दिन के लिए टोल फ्री करवाए हैं, लेकिन फिर भी सरकार अगर अपनी जिद पर अड़ी रही तो यह आंदोलन और तेज होगा. किसानों का कहना है कि सरकार इन तीनों कृषि कानूनों को वापस ले, क्योंकि किसानों को यह कानून चाहिए ही नहीं इसलिए सरकार जिद ना पकडे.

ये भी पढ़ें: रेवाड़ी: चुनाव प्रचार के आखिरी दिन मंदिर में माथा टेक जीत की दुआ मांग रहे प्रत्याशी

किसानों का कहना है कि यह आंदोलन तब तक चलेगा जब तक सरकार बैकफुट पर नहीं जाती है. गौरतलब है कि 3 कृषि कानूनों के खिलाफ किसान लगातार आंदोलन पर है और आज पूरे प्रदेश में 3 दिन के लिए टोल नाकों को बंद कर दिया गया है और आने जाने वाले वाहनों की फ्री एंट्री करवाई जा रही है. इससे टोल चलाने वाली कंपनी को तो नुकसान है ही साथ में सरकार को भी लाखों रुपए का नुकसान होगा.

रोहतक: कृषि कानून के विरोध में धरने पर बैठे किसानों की वजह से लगातार सरकार नुकसान उठा रही है. आज किसानों ने आक्रोषित हो तीन दिन प्रदेश के टोल बन्द रखने का निर्णय लिया है. जिस वजह से सरकार को करोड़ो रुपये की चपत लगी. किसानों ने सरकार को चेतावनी भी दे डाली, अगर फिर भी सरकार नही मानी तो आन्दोल को ओर तेज कर दिया जाएगा.

कृषि कानून के विरोध में आंदोलन कर रहे किसानों का यह आंदोलन दिन प्रतिदिन उग्र होता जा रहा है. आज किसानों ने ऐलान किया था कि वह 25, 26 और 27 दिसंबर को प्रदेश के सभी टोल नाकों को बंद रखेंगे जिसकी वजह से आने-जाने वाले वाहनों की एंट्री फ्री होगी.

कृषि कानून के विरोध में आंदोलन कर रहे किसान, देखिए वीडियो

अब संशोधन की गुंजाइश नहीं है- किसान

किसानों के आंदोलन के चक्कर में सरकार को लाखों रुपये का नुकसान हर रोज होगा, लेकिन सरकार की मजबूरी देखिए ना ही तो किसानों को आंदोलन से उठा पा रही है और ना ही तीन कृषि कानूनों के बारे में किसानों को समझा पा रही है. अब किसानों ने भी जिद पकड़ ली है कि अब इन कानूनों में संशोधन की कोई गुंजाइश नहीं बस इन्हें हर हाल में सरकार वापस ले तब यह आंदोलन खत्म होगा.

आंदोलन और भी तेज होगा- किसान

वहीं दूसरी ओर किसानों का कहना है कि आज उन्हें सांकेतिक रूप से 3 दिन के लिए टोल फ्री करवाए हैं, लेकिन फिर भी सरकार अगर अपनी जिद पर अड़ी रही तो यह आंदोलन और तेज होगा. किसानों का कहना है कि सरकार इन तीनों कृषि कानूनों को वापस ले, क्योंकि किसानों को यह कानून चाहिए ही नहीं इसलिए सरकार जिद ना पकडे.

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किसानों का कहना है कि यह आंदोलन तब तक चलेगा जब तक सरकार बैकफुट पर नहीं जाती है. गौरतलब है कि 3 कृषि कानूनों के खिलाफ किसान लगातार आंदोलन पर है और आज पूरे प्रदेश में 3 दिन के लिए टोल नाकों को बंद कर दिया गया है और आने जाने वाले वाहनों की फ्री एंट्री करवाई जा रही है. इससे टोल चलाने वाली कंपनी को तो नुकसान है ही साथ में सरकार को भी लाखों रुपए का नुकसान होगा.

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