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रोहतकः नहर टूटने से सैकड़ों एकड़ फसल जलमग्न, किसानों ने की मुआवजे की मांग

रोहतक के बैंसी गांव में नहर टूटने से किसानों की सैकड़ों एकड़ फसल जलमग्न हो गई है. किसानों ने सरकार से मुआवजे की मांग की है.

Farmers crop ruined due to canal breakdown in rohtak
Farmers crop ruined due to canal breakdown in rohtak
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Published : Jan 4, 2021, 4:46 PM IST

रोहतक: मुसीबते किसानों का पीछा नहीं छोड़ रही है, सुबह टूटी भिवानी ब्रांच के कारण सैकड़ों एकड़ फसल जलमग्न हो गई, जिसके बाद किसान ठगा सा महसूस कर रहा है. किसानों के अनुसार खेत मे 6 फीट पानी खड़ा हो चुका है, जबकि नहर प्रशासन की लापरवाही के कारण राहत का काम देर से शुरू होने पर किसान भड़क रहे हैं.

बता दें कि महम चौबीसी के गांव बैंन्सी के पास टूटी भिवानी ब्रांच नहर खरक जाटान व बैंन्सी गांवों के किसानों की सैकड़ों एकड़ फसल बर्बाद कर चुकी है, जिसके बाद किसान मुआवजे की मांग कर रहे हैं. दरअसल महम के बंसी गांव के पास भिवानी ब्रांच अल सुबह अचानक टूट गई जिसके बाद सैकड़ों एकड़ फसल जलमग्न हो गई.

नहर टूटने से किसानों की सैकड़ों एकड़ फसल जलमग्न, किसानों ने की मुआवजे की मांग

किसानों के अनुसार सम्बंधित अधिकारियों को सूचित कर दिया गया था लेकिन समय पर राहत कार्य शुरू नही हो पाया. किसानों ने अधिकारियों पर आरोप लगाया है कि अगर अधिकारिय समय पर कार्रवाई करते तो पानी का फैलाव ज्यादा दूर तक नहीं हो पाता और किसान बर्बाद नहीं होता. किसानों ने सरकार से 25 हजार रुपये प्रति एकड़ मुआवजे की मांग की है. फिलहाल राहत का काम चल रहा है.

ये भी पढ़ें- हरियाणा में किसानों पर हुए लाठीचार्ज का मामला पहुंचा सुप्रीम कोर्ट

किसानों का कहना है कि विभाग की लापरवाही है क्योंकि उन्हें समय पर सूचना दे गई थी लेकिन 6 घण्टे बाद राहत कार्य शुरू हो पाया. किसानों ने कहा कि खेत मे करीब 7 फीट तक पानी खड़ा हो चुका है जिसके बाद गेहूं की फसल खराब हो चुकी है और अगली फसल की बिजाई भी मुश्किल है. किसानों ने सरकार से 25 हजार रुपये प्रति एकड़ मुवावजे की मांग की है ताकि खर्च पूरा हो सके.

रोहतक: मुसीबते किसानों का पीछा नहीं छोड़ रही है, सुबह टूटी भिवानी ब्रांच के कारण सैकड़ों एकड़ फसल जलमग्न हो गई, जिसके बाद किसान ठगा सा महसूस कर रहा है. किसानों के अनुसार खेत मे 6 फीट पानी खड़ा हो चुका है, जबकि नहर प्रशासन की लापरवाही के कारण राहत का काम देर से शुरू होने पर किसान भड़क रहे हैं.

बता दें कि महम चौबीसी के गांव बैंन्सी के पास टूटी भिवानी ब्रांच नहर खरक जाटान व बैंन्सी गांवों के किसानों की सैकड़ों एकड़ फसल बर्बाद कर चुकी है, जिसके बाद किसान मुआवजे की मांग कर रहे हैं. दरअसल महम के बंसी गांव के पास भिवानी ब्रांच अल सुबह अचानक टूट गई जिसके बाद सैकड़ों एकड़ फसल जलमग्न हो गई.

नहर टूटने से किसानों की सैकड़ों एकड़ फसल जलमग्न, किसानों ने की मुआवजे की मांग

किसानों के अनुसार सम्बंधित अधिकारियों को सूचित कर दिया गया था लेकिन समय पर राहत कार्य शुरू नही हो पाया. किसानों ने अधिकारियों पर आरोप लगाया है कि अगर अधिकारिय समय पर कार्रवाई करते तो पानी का फैलाव ज्यादा दूर तक नहीं हो पाता और किसान बर्बाद नहीं होता. किसानों ने सरकार से 25 हजार रुपये प्रति एकड़ मुआवजे की मांग की है. फिलहाल राहत का काम चल रहा है.

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किसानों का कहना है कि विभाग की लापरवाही है क्योंकि उन्हें समय पर सूचना दे गई थी लेकिन 6 घण्टे बाद राहत कार्य शुरू हो पाया. किसानों ने कहा कि खेत मे करीब 7 फीट तक पानी खड़ा हो चुका है जिसके बाद गेहूं की फसल खराब हो चुकी है और अगली फसल की बिजाई भी मुश्किल है. किसानों ने सरकार से 25 हजार रुपये प्रति एकड़ मुवावजे की मांग की है ताकि खर्च पूरा हो सके.

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