रोहतक: इसे लापरवाही कहें या चूक कि एक युवक का शव दो दिन तक पड़ा रहा, परिजन मृतक का अंतिम संस्कार तक नहीं कर पाए. परिवार पिछले तीन दिन से अपने लाडले का शव लेने के लिए दर-बदर ठोकरें खा रहा है.
क्या है मामला?
ये खबर झज्जर के दरियापुर के एक मजबूर परिवार की है. एक युवक की मौत के बाद पीजीआइएमएस में उसका कोरोना सैंपल लिया गया, फिर वो सैंपल गायब हो गया. थक-हारकर परिजनों ने पुलिस को शिकायत दी, जिसके बाद बुधवार रात आनन-फानन में सैंपल ढूंढा गया. जब सैंपल की जांच की गई तो मृतक कोरोना संक्रमित निकला, ऐसे में अब परिजनों की उम्मीद भी टूट गई है कि उन्हें शव मिलेगा भी या नहीं.
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कैसे हुई थी युवक की मौत?
दरअसल झज्जर जिले के दरियापुर गांव निवासी 24 साल का रोहित सोनीपत की किसी कंपनी में काम करता था. 12 अप्रैल को सड़क हादसे में वह घायल हो गया था. जिसके बाद उसे पीजीआइएमएस में भर्ती कराया गया. जहां पर उसी रात रोहित ने दम तोड़ दिया था. पोस्टमार्टम से पहले डाक्टरों ने उसका कोरोना टेस्ट के लिए सैंपल लिया, लेकिन आरोप है कि पीजीआई प्रसाशन ने सैम्पल लेब में भेज ही नहीं.
परिजनों के अनुसार सैम्पल कलेक्ट करने वालों ने दावा किया है कि सैम्पल लेब में सबमिट भी कर दिया. ऐसे में लापरवाही ये रही कि मरीज का सैम्पल गुम हो गया और शव दो दिन तक पड़ा रहा किसी ने कोई जबाव नहीं दिया. मृतक के जीजा अमित कुमार ने बताया 13 अप्रैल को लगभग 11 बजे अमित का कोविड सैम्पल लिया गया, जिसकी 24 घंटे में रिपोर्ट आनी थी, लेकिन न ही तो रेपोर्ट आई ना ही शव परिजनों को सौंपा गया. इधर इधर धक्के खाने के बाद परिजनों ने आखिर में पुलिस का सहारा लेना पड़ा.
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