रोहतक: दसवीं कक्षा के फर्जी प्रमाण पत्र (fake certificate case in rohtak) के आधार पर एक युवक ने डाक विभाग में नौकरी हासिल कर ली. प्रमाण पत्र को जब जांच के लिए तमिलनाडु के स्टेट बोर्ड स्कूल एजुकेशन के पास भेजा गया, तो खुलासा हुआ कि प्रमाण पत्र फर्जी है. डाक विभाग के अधीक्षक की शिकायत पर आर्य नगर पुलिस स्टेशन में युवक के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज कर लिया गया है.
बता दें कि डाक विभाग ने ग्रामीण डाक सेवक व ब्रांच पोस्ट मास्टर के पदों के लिए भर्ती निकाली थी. जिसमें जींद जिला के जुलाना तहसील के गांव बखता खेड़ा के नवीन कुमार लुहारी को ब्रांच पोस्ट मास्टर के पद के लिए चुना गया. इस पद के आवेदन के समय उसने तमिलनाडु के शिक्षा बोर्ड से दसवीं कक्षा की परीक्षा पास करने का प्रमाण पत्र जमा कराया. इस परीक्षा में उसे 500 में से 490 अंक मिले थे.
डाक विभाग (rohtak postal department) ने इस प्रमाण पत्र की प्रमाणिकता की जांच के लिए तमिलनाडु शिक्षा बोर्ड के पास भेजा. बोर्ड के सदस्य सचिव की ओर से डाक विभाग को भेजी गई रिपोर्ट में बताया गया कि दसवीं का ये प्रमाण पत्र फर्जी है. जिसके बाद डाक विभाग के अधीक्षक ने आर्य नगर पुलिस स्टेशन में लिखित शिकायत दी. पुलिस ने शिकायत के आधार पर नवीन कुमार के खिलाफ केस दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस आरोपी से पूछताछ में जुटी है.