रोहतक: कांग्रेस के राज्यसभा सांसद दीपेंद्र हुड्डा शनिवार को एक कार्यक्रम में रोहतक पहुंचे. कार्यक्रम में शिरकत करने के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने हरियाणा सरकार की बॉन्ड पॉलिसी (Deepender Hooda on MBBS bond policy) के खिलाफ जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि एमबीबीएस विद्यार्थियों का कुसूर क्या सिर्फ यही था कि उन्होंने गरीब, मध्यमवर्गीय परिवारों में पैदा होकर डॉक्टर बनने का ख्वाब देखा. फीस वृद्धि और सरकार की बॉन्ड पालिसी से गरीब का काबिल बच्चा मेडिकल शिक्षा से वंचित रह जाएगा, केवल धनाढ्य लोगों के नाकाबिल बच्चे ही डॉक्टर बन पाएंगे.
दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि अब एमबीबीएस विद्यार्थियों को कॉलेज और संबंधित बैंक के साथ कोर्स के लिए कुल 40 लाख रुपए का बॉन्ड-कम-ऋण एग्रीमेंट करना होगा. जबकि, सरकार की ओर से नौकरी मिलने की कोई गारंटी नहीं है. ऐसे में वो इस कर्ज को कैसे चुकाएंगे. आम गरीब और मध्यम वर्ग के बच्चों के मां-बाप इतने पैसे कहां से लाएंगे. दीपेन्द्र हुड्डा ने तुरंत बॉन्ड पॉलिसी रद्द करने और फीस वृद्धि वापस लेने की मांग की.
कांग्रेस नेता ने कहा कि युवाओं को रोजगार की बजाय 31.8 प्रतिशत की रिकॉर्ड बेरोजगारी देने वाली हरियाणा सरकार अब अपनी मेहनत से उनके डॉक्टर बनने के सपने पर ही प्रहार कर रही है. किसान हो या छात्र, कर्मचारी हों या छोटे व्यापारी हर वर्ग पर अत्याचार करने में माहिर बीजेपी-जेजेपी सरकार ने जुल्म-जबरदस्ती की सारी सीमाएं पार कर ली हैं. भाजपा सरकार के इस फैसले से युवाओं और उनके परिवारों में जबरदस्त रोष है.
दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि भाजपा सरकार पिछले 8 साल से निजीकरण के रास्ते पर बढ़ते हुए प्रदेश के सरकारी शिक्षा तंत्र को तबाह कर रही है. सरकारी स्कूलों को बंद किया जा रहा है. उच्च शिक्षा को युवाओं के लिये सस्ता और सुलभ बनाने की बजाय उसे महंगा कर प्रदेश के छात्रों के भविष्य से खिलवाड़ किया जा रहा है. फीस वृद्धि के खिलाफ आवाज उठा रहे एमबीबीएस छात्र-छात्राओं पर पुलिसिया जुल्म का हिसाब जनता जरूर लेगी.
रोहतक पीजीआई के एमबीबीएस छात्र हरियाणा सरकार की एमबीबीएस बॉन्ड पॉलिसी (Haryana Government MBBS Bond Policy) के खिलाफ पिछले चार दिनों से धरना प्रदर्शन कर रहे थे. शुक्रवार की रात पुलिस ने करीब 2 बजे प्रदर्शन कर रहे छात्रों को बल पूर्वक हटा दिया. छात्रों के ऊपर वाटर कैनन चलाई गई. प्रदर्शन कर रहे छात्रों को हिरासत में लेकर पुलिस करीब सात बसों में भरकर ले गई. रोहतक में छात्रों को हिरासत में लिये जाने की खबर मिलने के बाद करनाल के कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज के छात्र भी धरने पर बैठ गये हैं.