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कोरोना के साइडइफेक्टः रोहतक के बाजार में मंदी, चीन से निर्यात रुकने से खत्म हो रहा स्टॉक - फैक्ट्रियों पर कोरोना वायरस का असर

नट बोल्ट बनाने वाली सबसे बड़ी इंडस्ट्री एलपीएस बोसॉर्ड पर कोरोना वायरस का असर धीरे धीरे पड़ने लगा है, आलम ये है कि कंपनी में कच्चे माल का स्टॉक केवल फरवरी तक का ही है.

corona virus effect on industries of rohtak
रोहतक के बाजार में 'चाइना की मंदी'
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Published : Feb 19, 2020, 7:13 PM IST

रोहतक: ढाई हजार लोगों की लाइफ लाइन और मेट्रो, हौंडा, मारुति समेत करीब दो हजार इंडस्ट्रीज को माल सप्लाई करने वाली एलपीएस बोसॉर्ड आजकल कोरोना वायरस के चलते घाटे में है. नट बोल्ट बनाने वाली कंपनी एलपीएस बोसॉर्ड के पास सिर्फ फरवरी तक का स्टॉक है.

चीन में फैले कोरोना वायरस से भारतीय इंडस्ट्रीज में भी खौफ का साया है. फैक्टरियों में धीरे-धीरे कच्चे माल का स्टॉक खत्म होता जा रहा है. इसको लेकर केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने करीब एक हजार इंडस्ट्रीज के मालिकों के साथ बैठक भी की, लेकिन कोई विकल्प नही तलाश पाए.

रोहतक के बाजार में 'चाइना की मंदी'

चीन में फैली महामारी कोरोना वायरस का असर भारतीय अर्थव्यवस्था पर साफ दिखाई देने लगा है.कोरोना वायरस के चलते चीन से आयात-निर्यात पर बुरा असर पड़ा है, जिसके कारण स्टॉक खत्म होता जा रहा है औरर इसका खौप व्यापारियों के चेहरे पर भी साफ दिखाई दे रहा है.

ये भी पढ़िए: हरियाणा आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नवीन जयहिंद का तलाक, स्वाति मालीवाल ने किया ट्वीट

नट बोल्ट बनाने वाली सबसे बड़ी इंडस्ट्री एलपीएस बोसॉर्ड पर इसका असर धीरे धीरे पड़ने लगा है, आलम ये है कि कंपनी में कच्चे माल का स्टॉक केवल फरवरी तक का ही है. बता दें कि एलपीएस बोसॉर्ड मारुति, हौंडा मेट्रो जैसी नामी कंपनियों के साथ-साथ करीब दो हजार इंडस्ट्रीज को माल सप्लाई करती है.

वहीं दूसरी ओर एलपीएस बोसॉर्ड कंपनी के मालिक राजेश जैन का कहना है कि कल वित्तमंत्री के साथ करीब एक हजार इंडस्ट्री मालिकों ने कोरोना वायरस के वजह से हुई आर्थिक मंदी पर विचार विमर्श किया और इसके लिए विकल्पों पर चर्चा की. उन्होंने कहा कि देश की बहुत सारी इंडस्ट्री चीन के साथ कच्चे माल का आयात निर्यात करती है, लेकिन कोरोना वायरस के चलते सप्लाई चेन बाधित हो गई है.

रोहतक: ढाई हजार लोगों की लाइफ लाइन और मेट्रो, हौंडा, मारुति समेत करीब दो हजार इंडस्ट्रीज को माल सप्लाई करने वाली एलपीएस बोसॉर्ड आजकल कोरोना वायरस के चलते घाटे में है. नट बोल्ट बनाने वाली कंपनी एलपीएस बोसॉर्ड के पास सिर्फ फरवरी तक का स्टॉक है.

चीन में फैले कोरोना वायरस से भारतीय इंडस्ट्रीज में भी खौफ का साया है. फैक्टरियों में धीरे-धीरे कच्चे माल का स्टॉक खत्म होता जा रहा है. इसको लेकर केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने करीब एक हजार इंडस्ट्रीज के मालिकों के साथ बैठक भी की, लेकिन कोई विकल्प नही तलाश पाए.

रोहतक के बाजार में 'चाइना की मंदी'

चीन में फैली महामारी कोरोना वायरस का असर भारतीय अर्थव्यवस्था पर साफ दिखाई देने लगा है.कोरोना वायरस के चलते चीन से आयात-निर्यात पर बुरा असर पड़ा है, जिसके कारण स्टॉक खत्म होता जा रहा है औरर इसका खौप व्यापारियों के चेहरे पर भी साफ दिखाई दे रहा है.

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नट बोल्ट बनाने वाली सबसे बड़ी इंडस्ट्री एलपीएस बोसॉर्ड पर इसका असर धीरे धीरे पड़ने लगा है, आलम ये है कि कंपनी में कच्चे माल का स्टॉक केवल फरवरी तक का ही है. बता दें कि एलपीएस बोसॉर्ड मारुति, हौंडा मेट्रो जैसी नामी कंपनियों के साथ-साथ करीब दो हजार इंडस्ट्रीज को माल सप्लाई करती है.

वहीं दूसरी ओर एलपीएस बोसॉर्ड कंपनी के मालिक राजेश जैन का कहना है कि कल वित्तमंत्री के साथ करीब एक हजार इंडस्ट्री मालिकों ने कोरोना वायरस के वजह से हुई आर्थिक मंदी पर विचार विमर्श किया और इसके लिए विकल्पों पर चर्चा की. उन्होंने कहा कि देश की बहुत सारी इंडस्ट्री चीन के साथ कच्चे माल का आयात निर्यात करती है, लेकिन कोरोना वायरस के चलते सप्लाई चेन बाधित हो गई है.

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