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सीआईडी विवाद पर पूर्व गृह राज्य मंत्री का बयान, 'CID पर मुख्यमंत्री का अधिकार होता है'

कांग्रेस नेता सुभाष बत्रा ने अनिल विज और सीएम पर हमला बोला है. उन्होंने कहा कि तीन महीने तक सीआईडी की जंग चलती रही, जिसका कोई मतलब नहीं था. उन्होंने कहा कि इन लोगों को सरकार चलानी नहीं आती.

subhash batra on manohar lal
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Published : Jan 24, 2020, 10:40 AM IST

Updated : Jan 24, 2020, 11:04 AM IST

रोहतक: कई दिनों बाद ही सही, आखिरकार अनिल विज और मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के बीच सीआईडी विभाग की जंग खत्म हो गई और मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने सीआईडी विभाग अपने पास ले लिया है. वहीं इस मुद्दे पर अब विपक्षी दलों को भी कटाक्ष करने का मौका मिल गया है.

'सीआईडी पर मुख्यमंत्री का अधिकार होता है'
हरियाणा के पूर्व गृह राज्य मंत्री एवं कांग्रेस नेता सुभाष बत्रा ने कटाक्ष करते हुए कहा कि अनिल विज शायद भूल गए हैं कि वो मंत्री हैं मुख्यमंत्री नहीं. सीआईडी विभाग पर केवल मुख्यमंत्री का अधिकार होता है.

सीआईडी विवाद पर पूर्व गृह राज्य मंत्री का बयान, 'CID पर मुख्यमंत्री का अधिकार होता है'.

ये भी पढे़ं- SYL का पानी देने से पंजाब ने किया साफ इनकार, अब सुप्रीम कोर्ट पर टिकी निगाहें

बत्रा ने कहा कि अनिल विज केवल अपने आपको गृह विभाग का सर्वे सर्वा दिखाने के लिए इस लड़ाई में जुटे हुए थे. शायद ये भूल गए कि वह मंत्री हैं मुख्यमंत्री नहीं. वास्तव में सीआईडी पर सीएम का ही अधिकार होता है. उन्होंने कहा कि वो गृह राज्य मंत्री रहे हैं, मुख्यमंत्री सुप्रीम पावर होते हैं और वो कोई भी विभाग अपने पास रख सकते हैं. उन्हें केवल राज्यपाल को लिखकर भेजना होता है.

'इन लोगों को सरकार चलानी नहीं आती'
उन्होंने कहा कि वो तो हैरान है कि लगभग 3 महीने तक मुख्यमंत्री इस लड़ाई में उलझे रहे, जो कि प्रदेश की सुरक्षा के लिए काफी बड़ा विषय था. उन्होंने तो यहां तक कहा कि इन लोगों को सरकार चलानी नहीं आती, इसलिए इनको तुरंत इस्तीफा दे देना चाहिए.

बत्रा ने कहा कि ये गलती बंसीलाल और भजनलाल सरकार में भी हुई थी, लेकिन उसे तुरंत सुधार लिया गया था. इसलिए आपस में लड़ना बेतुका था. अगर केवल गृह विभाग के पास ही सीआईडी विभाग रहना है, तो कानून में बदलाव कर दिया जाना चाहिए.

रोहतक: कई दिनों बाद ही सही, आखिरकार अनिल विज और मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के बीच सीआईडी विभाग की जंग खत्म हो गई और मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने सीआईडी विभाग अपने पास ले लिया है. वहीं इस मुद्दे पर अब विपक्षी दलों को भी कटाक्ष करने का मौका मिल गया है.

'सीआईडी पर मुख्यमंत्री का अधिकार होता है'
हरियाणा के पूर्व गृह राज्य मंत्री एवं कांग्रेस नेता सुभाष बत्रा ने कटाक्ष करते हुए कहा कि अनिल विज शायद भूल गए हैं कि वो मंत्री हैं मुख्यमंत्री नहीं. सीआईडी विभाग पर केवल मुख्यमंत्री का अधिकार होता है.

सीआईडी विवाद पर पूर्व गृह राज्य मंत्री का बयान, 'CID पर मुख्यमंत्री का अधिकार होता है'.

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बत्रा ने कहा कि अनिल विज केवल अपने आपको गृह विभाग का सर्वे सर्वा दिखाने के लिए इस लड़ाई में जुटे हुए थे. शायद ये भूल गए कि वह मंत्री हैं मुख्यमंत्री नहीं. वास्तव में सीआईडी पर सीएम का ही अधिकार होता है. उन्होंने कहा कि वो गृह राज्य मंत्री रहे हैं, मुख्यमंत्री सुप्रीम पावर होते हैं और वो कोई भी विभाग अपने पास रख सकते हैं. उन्हें केवल राज्यपाल को लिखकर भेजना होता है.

'इन लोगों को सरकार चलानी नहीं आती'
उन्होंने कहा कि वो तो हैरान है कि लगभग 3 महीने तक मुख्यमंत्री इस लड़ाई में उलझे रहे, जो कि प्रदेश की सुरक्षा के लिए काफी बड़ा विषय था. उन्होंने तो यहां तक कहा कि इन लोगों को सरकार चलानी नहीं आती, इसलिए इनको तुरंत इस्तीफा दे देना चाहिए.

बत्रा ने कहा कि ये गलती बंसीलाल और भजनलाल सरकार में भी हुई थी, लेकिन उसे तुरंत सुधार लिया गया था. इसलिए आपस में लड़ना बेतुका था. अगर केवल गृह विभाग के पास ही सीआईडी विभाग रहना है, तो कानून में बदलाव कर दिया जाना चाहिए.

Intro:सीआईडी विभाग मुख्यमंत्री द्वारा लिए जाने पर पूर्व गृह राज्य मंत्री व कांग्रेस नेता सुभाष बतरा का बयान

अनिल विज भूल गए हैं कि वे केवल मंत्री हैं मुख्यमंत्री नहीं सीआईडी विभाग पर मुख्यमंत्री का होता है अधिकार

अनिल विज केवल अपने आपको सर्वे सर्वा दिखाने के लिए लड़ रहे थे लड़ाई

इतने दिन तक मुख्यमंत्री ने किया इंतजार यह उनकी सबसे बड़ी भूल, इन नेताओं को सरकार चलाने की जानकारी नहीं तुरंत दे देना चाहिए इस्तीफा


एंकर-आखिरकार अनिल विज व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के बीच सीआईडी विभाग की जंग खत्म हो गई और मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने सीआईडी विभाग अपने पास ले लिया है। अब विपक्षी दलों को भी कटाक्ष करने का मौका मिल गया है। हरियाणा के पूर्व गृह राज्य मंत्री एवं कांग्रेस नेता सुभाष बत्रा ने कटाक्ष करते हुए कहा कि अनिल विज शायद भूल गए वह मंत्री हैं मुख्यमंत्री नही। सीआईडी विभाग पर केवल मुख्यमंत्री का अधिकार होता है।

वीओ-1 बत्रा ने कहा कि अनिल विज केवल अपने आपको गृह विभाग का सर्वे सर्वा दिखाने के लिए इस लड़ाई में जुटे हुए थे। शायद यह भूल गए कि वह मंत्री हैं मुख्यमंत्री नहीं। वास्तव में सीआईडी पर सीएम का ही अधिकार होता है। उन्होंने कहा कि गृह राज्य मंत्री रहे हैं, मुख्यमंत्री सुप्रीम पावर होते हैं और वह कोई भी विभाग अपने पास रख सकते हैं। उन्हें केवल राज्यपाल को लिखकर भेजना होता है। वह तो हैरान है कि लगभग 3 महीने तक मुख्यमंत्री इस लड़ाई में उलझे रहे, जो कि प्रदेश की सुरक्षा के लिए काफी बड़ा विषय था।
Body:उन्होंने तो यहां तक कहा कि इन लोगों को सरकार चलानी नहीं आती। इसलिए ने तुरंत इस्तीफा दे देना चाहिए।
बत्रा ने कहा यह गलती बंसीलाल और भजनलाल सरकार में भी हुई थी। लेकिन उसे तुरंत सुधार लिया गया था। Conclusion:इसलिए आपस में लड़ना बेतुका था। अगर केवल गृह विभाग के पास ही सीआईडी विभाग रहना है, तो कानून में बदलाव कर दिया जाना चाहिए।

बाईट सुभाष बतरा, पूर्व गृह राज्यमंत्री एवं कांग्रेस नेता
Last Updated : Jan 24, 2020, 11:04 AM IST
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