रोहतक: अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति ने जाट समाज को ओबीसी में आरक्षण देने और जाट आरक्षण आंदोलन के दौरान दर्ज केस वापस लेने की मांग की है. समिति की राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक शनिवार को जसिया गांव स्थित छोटूराम धाम में हुई. बैठक की अध्यक्षता समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रताप सिंह दहिया ने की. पहले अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी जाट नेता यशपाल मलिक के पास थी, लेकिन वे पिछले नवंबर माह में अध्यक्ष पद छोड़ चुके हैं. जिसके बाद सोनीपत के प्रताप सिंह दहिया को समिति का राष्ट्रीय अध्यक्ष और सोनीपत के ही आजाद लठवाल को राष्ट्रीय महासचिव व हरियाणा प्रभारी और गंगाराम श्योराण को प्रदेशाध्यक्ष बनाया गया है.
बता दें कि यशपाल मलिक राष्ट्रीय अध्यक्ष रहते हुए जाट समाज को नौकरियों और शिक्षण संस्थानों में आरक्षण का मुद्दा जोर शोर से उठाते रहे हैं. फरवरी 2016 में जाट आरक्षण आंदोलन की मांग को लेकर प्रदेश भर में हिंसा हुई थी. जिसके बाद आंदोलन प्रभावित जिलों में जाट समाज के आंदोलनकारियों के खिलाफ केस भी दर्ज हुए थे. रोहतक में तो तत्कालीन वित्त मंत्री कैप्टन अभिमन्यु के आवास को आग के हवाले कर दिया गया था, जिसके बाद प्रदेश सरकार ने इस मामले की जांच सीबीआई को सौंपी थी. जिसमें रोहतक के कई युवा आंदोलनकारी आरोपी भी हैं.
हालांकि उस दौरान यशपाल मलिक आंदोलन की अगुवाई नहीं कर रहे थे. समिति के मौजूदा राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रताप सिंह दहिया ने जाट आरक्षण आंदोलन के दौरान दर्ज केस वापस लिए जाने की मांग की. साथ ही उन्होंने कहा कि जाट समाज को ओबीसी में आरक्षण मिले और एसबीसी वर्ग में चयनित युवाओं को भी नौकरी दी जाए. उन्होंने चेतावनी द कि प्रदेश सरकार ने अगर जाट समाज की ये मांगें नहीं मानी तो चुनाव के समय नाराजगी भुगतने के लिए तैयार रहना होगा.
इस दौरान राष्ट्रीय महासचिव और प्रभारी हरियाणा आजाद लठवाल ने जाट समाज की एकजुटता पर जोर दिया. प्रदेशाध्यक्ष गंगाराम श्योराण ने बताया कि जिला स्तर पर कार्यक्रम कर आंदोलन की रणनीति बनाई जाएगी. इस बैठक में कनाडा के एनआरआई दीपक फोगाट को छोटूराम धाम जसिया का ब्रांड एंबेसडर बनाया गया. वे विदेश में रहकर छोटूराम धाम की योजनाओं का प्रचार-प्रसार करेंगे.
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