रोहतक: सूबे में कोरोना का कहर लगातार बढ़ रहा है. आए दिन कोरोना के मरीजों में बढ़ोतरी हो रही है. कोरोना के कहर का आलम ये है कि अब इसकी चपेट में डॉक्टर, नर्स और अन्य हेल्थ वर्कर्स भी आ रहे हैं. ताजा मामला रोहतक पीजीआई का है, जहां एक ही दिन में 51 हेल्थ वर्कर कोरोना संक्रमित मिले हैं. इतने बड़े पैमाने पर हेल्थ वर्करों के कोरोना पॉजिटिव मिलने पर रोहतक पीजीआई में हड़कंप मच गया है.
ये भी पढ़ें: कोरोना मरीज की मौत के बाद परिजनों ने अस्पताल में की तोड़फोड़, नर्स को भी बुरी तरह पीटा
रोहतक पीजीआई में एक दिन में मिले 51 हेल्थ वर्कर कोरोना संक्रमित
पीजीआई में मिले कोरोना संक्रमित हेल्थ वर्करों में 16 डॉक्टर, 16 छात्र-छात्राएं, 7 नर्स, 4 पैरामेडिकल स्टाफ, 7 मिनिस्ट्रियल स्टाफ और एक ड्राइवर शामिल है. यहीं नहीं 42 साल के एक बेयरर की मौत भी हो गई है. कोरोना के तीसरी लहर में पीजीआई में बेयरर की मौत का ये पहला मामला है.
13-18 अप्रैल के बीच 217 हेल्थ वर्कर मिले कोरोना संक्रमित
दरअसल 13 से 18 अप्रैल तक रोहतक पीजीआई में हालात खराब है. इन छह दिनों में कुल 217 हेल्थ वर्कर कोरोना की जद में आ चुके हैं. इनमें 67 डॉक्टर, 38 नर्स और 48 छात्र-छात्राएं भी शामिल हैं. वहीं 18 बेयरर-स्वीपर, पैरामेडिकल के 20 स्टाफ, मिनिस्ट्रियल स्टाफ के 26 कर्मचारी संक्रमित हो चुके हैं.
ये भी पढ़ें: स्वाद के चक्कर में ना दें कोरोना के नए स्ट्रेन को बुलावा, रिफाइंड की जगह करें इन तेलों का इस्तेमाल
ओपीडी में अब होगा सिर्फ 50 फीसदी मरीजों का इलाज
अगर आप पीजीआई की ओपीडी में इलाज कराने आ रहे हैं. तो ध्यान रखें कि आज से 50 फीसदी मरीजों का ही इलाज होगा. सुबह 9 बजे से 11 बजे तक पहले की अपेक्षा आधे ही मरीज कार्ड बनवा सकेंगे. ओपीडी में कार्ड बनाने की संख्या निर्धारित कर दी गई है. पहले करीब 6 हजार मरीज हर रोज ओपीडी में इलाज कराने के लिए आते थे. पर अब कुल 2,461 मरीजों की ही जांच की जाएगी.
ये भी पढ़ें: पलवल जिले में अब तक 45 वर्ष से ऊपर के एक लाख लोगों को लगाई जा चुकी है वैक्सीन
मानसिक रोग विभाग की ओपीडी एसआईएमएच में शिफ्ट
जानकारी ये भी है कि मानसिक रोग विभाग की ओपीडी भी एसआईएमएच में शिफ्ट हो गई है. मानसिक रोग विभाग की पुरानी बिल्डिंग में आने वाले मरीजों को आज से इलाज के लिए एसआईएमएच में जान होगा.