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लोकसभा चुनाव: रेवाड़ी के वरुण गांधी होंगे पीलीभीत में वरुण गांधी के सामने, पढ़िए पूरी खबर

रेवाड़ी के निवासी वरुण गांधी ने लोकसभा चुनाव में मेनका गांधी के बेटे वरुण गांधी के खिलाफ लड़ने की घोषणा की है. जिसके बाद से इलाके में हलचल सी मच गई है.

प्रतिकात्मक तस्वीर
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Published : Apr 13, 2019, 8:35 PM IST

रेवाड़ी: प्रदेश में लोकसभा चुनावों को लेकर राजनीतिक मौसम गर्माता ही जा रहा है. जैसे-जैसे चुनाव पास आ रहे हैं. वैसे-वैसे चुनावी हलचल तेच हो रही है. अब क्षेत्र के एक नेता जिनका नाम वरुण गांधी है. उन्होंने मेनका गांधी के पुत्र वरुण गांधी के खिलाफ चुनाव लड़ने का फैसला कर लिया है.

कौन है रेवाड़ी के वरुण गांधी?
वरुण गांधी ने साल 2012 में मेनका गांधी के पुत्र वरुण गांधी से मिलने की कोशिश की थी. जिसमें वो असफल रहे थे. उनसे बात करके पता चला कि वरुण गांधी ने उस समय रेवाड़ी के इस वरुण गांधी से मिलने पर इंकार कर दिया था. जिसके बाद से रेवाड़ी के इस नेता को वरुण गांधी घमंडी लगने लगे. इसके बाद 2014 के लोकसभा चुनावों में रेवाड़ी के वरुण गांधी ने सुल्तानपुर से मेनका गांधी के पुत्र के खिलाफ चुनाव लड़ा. इस चुनाव में उन्हें 14 हजार मत भी हासिल हुए थे.

वरुण गांधी, निर्दलीय प्रत्याशी, पीलीभीत

ऐसा ही कुछ करने के लिए वरुण गांधी ने एक बार फिर पीलीभीत से नामांकन भरने की तैयारी कर ली है. बता दें कि इस बार मेनका गांधी ने अपनी सीट से अपने पुत्र वरुण गांधी को उतारा है. जिसके खिलाफ रेवाड़ी के वरुण गांधी चुनाव लड़ेंगे. बता दें कि वरुण गांधी को चुनाव आयोग ने गोबी का फूल चुनावी निशान के रूप में दिया है.

रेवाड़ी के ही तेज बहादुर हैं वाराणसी में पीएम मोदी के सामने
कुछ ही दिन पहले बीएसएफ के बर्खास्त सिपाही तेज बहादुर ने भी प्रधानमंत्री के खिलाफ चुनाव लड़ने का फैसला किया था. बता दें कि तेज बहादुर इस समय वाराणसी में चुनावी प्रचार में लगे हुए हैं. ऐसे में प्रदेश के एक और युवक ने राष्ट्रीय शख्सियत के खिलाफ चुनाव लड़ने का फैसला कर लिया है. ये तो साफ है कि दोनों ही युवकों ने ये बात बता दी कि वो किसी से कम नहीं है.

रेवाड़ी: प्रदेश में लोकसभा चुनावों को लेकर राजनीतिक मौसम गर्माता ही जा रहा है. जैसे-जैसे चुनाव पास आ रहे हैं. वैसे-वैसे चुनावी हलचल तेच हो रही है. अब क्षेत्र के एक नेता जिनका नाम वरुण गांधी है. उन्होंने मेनका गांधी के पुत्र वरुण गांधी के खिलाफ चुनाव लड़ने का फैसला कर लिया है.

कौन है रेवाड़ी के वरुण गांधी?
वरुण गांधी ने साल 2012 में मेनका गांधी के पुत्र वरुण गांधी से मिलने की कोशिश की थी. जिसमें वो असफल रहे थे. उनसे बात करके पता चला कि वरुण गांधी ने उस समय रेवाड़ी के इस वरुण गांधी से मिलने पर इंकार कर दिया था. जिसके बाद से रेवाड़ी के इस नेता को वरुण गांधी घमंडी लगने लगे. इसके बाद 2014 के लोकसभा चुनावों में रेवाड़ी के वरुण गांधी ने सुल्तानपुर से मेनका गांधी के पुत्र के खिलाफ चुनाव लड़ा. इस चुनाव में उन्हें 14 हजार मत भी हासिल हुए थे.

वरुण गांधी, निर्दलीय प्रत्याशी, पीलीभीत

ऐसा ही कुछ करने के लिए वरुण गांधी ने एक बार फिर पीलीभीत से नामांकन भरने की तैयारी कर ली है. बता दें कि इस बार मेनका गांधी ने अपनी सीट से अपने पुत्र वरुण गांधी को उतारा है. जिसके खिलाफ रेवाड़ी के वरुण गांधी चुनाव लड़ेंगे. बता दें कि वरुण गांधी को चुनाव आयोग ने गोबी का फूल चुनावी निशान के रूप में दिया है.

रेवाड़ी के ही तेज बहादुर हैं वाराणसी में पीएम मोदी के सामने
कुछ ही दिन पहले बीएसएफ के बर्खास्त सिपाही तेज बहादुर ने भी प्रधानमंत्री के खिलाफ चुनाव लड़ने का फैसला किया था. बता दें कि तेज बहादुर इस समय वाराणसी में चुनावी प्रचार में लगे हुए हैं. ऐसे में प्रदेश के एक और युवक ने राष्ट्रीय शख्सियत के खिलाफ चुनाव लड़ने का फैसला कर लिया है. ये तो साफ है कि दोनों ही युवकों ने ये बात बता दी कि वो किसी से कम नहीं है.

वरुण से मिलने की इच्छा ने लड़वा दिया चुनाव: गांधी
रेवाड़ी, 13 अप्रैल।
प्रदेश में दक्षिणी हरियाणा का स्थान भले ही पिछड़े क्षेत्रों में आता हो लेकिन अहीरवाल के दो लालो ने राष्ट्रीय शख्सियतों के खिलाफ चुनाव लड़ कर यह साबित कर दिया है कि हम किसी से कम नहीं हैं। पहले जहां बीएसएफ के बर्खास्त सिपाही तेज बहादुर जो बीएसएफ में खराब खाने को लेकर खूब सुर्खियों में रहे अब वे वाराणसी मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ चुनाव  लड़ रहे हैं वहीं रेवाड़ी के दूसरे वरुण गांधी ने भाजपा प्रत्याशी व मेनका गांधी के पुत्र वरुण गांधी का पीछा पीलीभीत में भी नहीं छोड़ा उन्होंने अब पीलीभीत में बतौर निर्दलीय नामांकन भर दिया है चुनाव आयोग ने उन्हें गोभी का फूल चुनाव चिन्ह आवंटित किया है वरुण गांधी रेवाड़ी में लंबे समय से इनेलो पार्टी से जुड़े हुए हैं इससे पहले वो पिछले चुनावों में वरुण गांधी के खिलाफ सुल्तानपुर में भी चुनाव लड़ चुके हैं उन्हें उस वक्त 14 हजार से अधिक मत प्राप्त हुए थे।
 बाइट वरुण गांधी रेवाड़ी
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