ETV Bharat / state

रेवाड़ी: दो दिन की हड़ताल पर बैंक कर्मचारी, कहा- बैंकों को नुकसान पहुंचा रही सरकार

रेवाड़ी में बैंक कर्मचारी धरने पर बैठ गए हैं. बैंक कर्मचारियों का कहना है सरकार अगर उनकी मांग पूरी नहीं की तो वो बड़ा आंदोलन करेंगे.

two days bank strike in rewari
two days bank strike in rewari
author img

By

Published : Jan 31, 2020, 2:59 PM IST

रेवाड़ी: सरकार के साथ बातचीत विफल होने के बाद आज बैंक कर्मचारियों का गुस्सा फूट पड़ा. अपने तयशुदा कार्यक्रम के तहत यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन के बैनर तले देशभर के करीब 10 लाख बैंक कर्मचारी एक साथ काम छोड़ हड़ताल पर बैठ गए हैं.

धरने पर बैठे बैंक कर्मी

शहर रेवाड़ी में भी बैंक कर्मचारियों ने जोरदार धरना प्रदर्शन किया. सभी बैंक कर्मी शहर के कानून गेट स्थित ओबीसी बैंक के बाहर एकत्र हुए. इसके बाद सभी कर्मचारियों ने शहर में अपनी मांगों को लेकर विरोध प्रदर्शन किया.

दो दिन की हड़ताल पर बैंक कर्मचारी, देखें वीडियो

इस हड़ताल को लेकर बैंक कर्मचारियों का कहना है कि हड़ताल करना उनका कोई शौक नहीं, बल्कि मजबूरी है. एक नवंबर 2017 से उनका वेज रिवीजन पेंडिंग है. 27 माह बीतने के बावजूद सरकार अड़ियल रवैया छोड़ने को तैयार नहीं है.

बैंकों को नुकसान पहुंचा रही सरकार

उन्होंने कहा कि कॉरपोरेट सेक्टर के लोन, बट्टे खाते में डालकर सरकार बैंकों को नुकसान पहुंचा रही है. लेकिन सरकार कर्मचारियों की मांगों पर कोई ध्यान नहीं दे रही. मोदी सरकार के दौरान बैंकों के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है, जब नौ ट्रेड यूनियन ने मिलकर अनिश्चितकालीन हड़ताल की घोषणा की है.

बड़ा आंदोलन करेंगे बैंक कर्मचारी

बैंक कर्मचारियों ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर अब भी सरकार ने उनकी मांगों को पूरा नहीं किया तो मार्च महीने में तीन दिवसीय हड़ताल की जाएगी. फिर अप्रैल में बड़ा आंदोलन किया जाएगा. वहीं दो दिवसीय इस हड़ताल के चलते लेन-देन को लेकर बैंक पहुंचे ग्राहकों को भी खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ा.

ये भी पढ़ें- भिवानी: वीर हकीकत राय को दी श्रद्धांजलि, जानें कौन थे वीर हकीकत राय

ग्राहकों का कहना था कि उन्हें हड़ताल के बारे में पहले से कोई जानकारी नहीं थी. छुट्टी लेकर और अपने जरूरी काम छोड़कर बैंक आए हैं और वहां ताला लटका हुआ है. अब देखना होगा कि सरकार बैंक कर्मचारियों की इन मांगों को पूरा करेगी या फिर हड़ताल करने पर इन कर्मचारियों को बाध्य होना ही पड़ेगा.

रेवाड़ी: सरकार के साथ बातचीत विफल होने के बाद आज बैंक कर्मचारियों का गुस्सा फूट पड़ा. अपने तयशुदा कार्यक्रम के तहत यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन के बैनर तले देशभर के करीब 10 लाख बैंक कर्मचारी एक साथ काम छोड़ हड़ताल पर बैठ गए हैं.

धरने पर बैठे बैंक कर्मी

शहर रेवाड़ी में भी बैंक कर्मचारियों ने जोरदार धरना प्रदर्शन किया. सभी बैंक कर्मी शहर के कानून गेट स्थित ओबीसी बैंक के बाहर एकत्र हुए. इसके बाद सभी कर्मचारियों ने शहर में अपनी मांगों को लेकर विरोध प्रदर्शन किया.

दो दिन की हड़ताल पर बैंक कर्मचारी, देखें वीडियो

इस हड़ताल को लेकर बैंक कर्मचारियों का कहना है कि हड़ताल करना उनका कोई शौक नहीं, बल्कि मजबूरी है. एक नवंबर 2017 से उनका वेज रिवीजन पेंडिंग है. 27 माह बीतने के बावजूद सरकार अड़ियल रवैया छोड़ने को तैयार नहीं है.

बैंकों को नुकसान पहुंचा रही सरकार

उन्होंने कहा कि कॉरपोरेट सेक्टर के लोन, बट्टे खाते में डालकर सरकार बैंकों को नुकसान पहुंचा रही है. लेकिन सरकार कर्मचारियों की मांगों पर कोई ध्यान नहीं दे रही. मोदी सरकार के दौरान बैंकों के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है, जब नौ ट्रेड यूनियन ने मिलकर अनिश्चितकालीन हड़ताल की घोषणा की है.

बड़ा आंदोलन करेंगे बैंक कर्मचारी

बैंक कर्मचारियों ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर अब भी सरकार ने उनकी मांगों को पूरा नहीं किया तो मार्च महीने में तीन दिवसीय हड़ताल की जाएगी. फिर अप्रैल में बड़ा आंदोलन किया जाएगा. वहीं दो दिवसीय इस हड़ताल के चलते लेन-देन को लेकर बैंक पहुंचे ग्राहकों को भी खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ा.

ये भी पढ़ें- भिवानी: वीर हकीकत राय को दी श्रद्धांजलि, जानें कौन थे वीर हकीकत राय

ग्राहकों का कहना था कि उन्हें हड़ताल के बारे में पहले से कोई जानकारी नहीं थी. छुट्टी लेकर और अपने जरूरी काम छोड़कर बैंक आए हैं और वहां ताला लटका हुआ है. अब देखना होगा कि सरकार बैंक कर्मचारियों की इन मांगों को पूरा करेगी या फिर हड़ताल करने पर इन कर्मचारियों को बाध्य होना ही पड़ेगा.

Intro:हड़ताल पर गए बैंक कर्मचारी
मांगों को लेकर यूएफबीयू के बैनर तले किया धरना प्रदर्शन
अगले 3 दिन तक बैंकों में नहीं होगा कोई भी कामकाज
रेवाड़ी 31 जनवरी।



Body:सरकार के साथ बातचीत विफल होने के बाद आज बैंक कर्मचारियों का गुस्सा फूट पड़ा और उन्होंने अपने तयशुदा कार्यक्रम के तहत यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन के बैनर तले देशभर के 1000000 बैंक कर्मचारियों के साथ काम छोड़ हड़ताल पर शहर रेवाड़ी में भी जोरदार धरना प्रदर्शन किया सभी बैंक कर्मी शहर के कानून गेट स्थित ओबीसी बैंक के बाहर एकत्र हुए इसके बाद सभी कर्मचारियों ने शहर में अपनी मांगों को लेकर विरोध प्रदर्शन किया इस हड़ताल को लेकर बैंक कर्मचारियों का कहना है कि हड़ताल करना उनका कोई शौक नहीं है बल्कि है तो मजबूरी है क्योंकि एक नवंबर 2017 से उनका वेज रिवीजन पेंडिंग है और 27 माह बीतने के बावजूद सरकार सरकार का अड़ियल रवैया छोड़ने को तैयार नहीं है उन्होंने कहा कि कारपोरेट सेक्टर के लोन बट्टे खाते डालकर सरकार बैंकों को नुकसान पहुंचा रही है और कर्मचारियों की मांगों पर कोई ध्यान नहीं दे रही है मोदी सरकार के दौरान बैंकों के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है जब नो ट्रेड यूनियन ने मिलकर अनिश्चितकालीन हड़ताल की घोषणा की है उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर अब भी सरकार ने उनकी मांगों को पूरा नहीं किया तो मार्च माह में तीन दिवसीय हड़ताल की जाएगी और फिर अप्रैल में बड़ा आंदोलन किया जाएगा वही दो दिवसीय इस हड़ताल के चलते लेन-देन को लेकर बैंक पहुंचे ग्राहकों को भी खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ा ग्राहकों का कहना था कि उन्हें हड़ताल के बारे में पहले से कोई जानकारी नहीं थी वह छुट्टी लेकर और अपने जरूरी काम छोड़कर बैंक आए हैं और वहां ताला लटका हुआ है।
बाइट-- सतीश बाटला हरियाणा प्रेसिडेंट पीएनबी वर्क मैन।
बाइट-- अमित यादव, प्रधान ओबीसी एआईबीए।
बाइट-- अविनाश यादव स्टेट रीजनल फैक्ट्री एसबीआई एस ए।


Conclusion:अब देखना होगा कि सरकार बैंक कर्मचारियों की इन मांगों को पूरा करेगी या फिर हड़ताल करने पर इन कर्मचारियों को बाध्य होना ही पड़ेगा।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.