रेवाड़ी: रेवाड़ी-कनीना बहुचर्चित गैंगरेप मामले में फिर से एक नया मोड़ सामने आया है. पीड़िता को बीएससी द्वितीय वर्ष के सेकंड सेमेस्टर की परीक्षा के दौरान ड्यूटी पर उपस्थित अध्यापकों द्वारा अपमानित किया गया था. पीड़िता की मां ने इसकी शिकायत प्रशासन से की थी. जिस पर संज्ञान लेते हुए उन अपमानित करने वाले तीन अध्यपकों को सस्पेंड कर दिया गया है.
तीन अध्यापकों को किया गया सस्पेंड
साथ ही पीड़िता को परीक्षा फिर से देने के लिए जिला उपायुक्त द्वारा मीरपुर यूनिवर्सिटी के वीसी को पत्र लिखकर अतिरिक्त जांच देने का आग्रह किया गया है. पीड़िता को अपमानित करने वाले गांव नाहड़ स्थित सरकारी कॉलेज के तीन अध्यापक सुषमा, अजित व जगत सिंह को शिक्षा विभाग चंडीगढ़ द्वारा सस्पेंड कर दिया गया है. पीड़िता की मां ने सुरक्षा को लेकर भी सवाल खड़े किये थे. जिसके बाद प्रशासन ने सुरक्षा बढ़ाते हुए पीड़िता के घर पर दो सुरक्षाकर्मी तैनात कर दिए हैं.
जानें क्या था पूरा मामला ?
कोसली क्षेत्र के एक गांव कनीना निवासी छात्रा को तीन लड़कों ने अगवा करके गैंगरेप किया था. बता दें कि लड़की नेशनल कबड्डी की खिलाड़ी है उनको राष्ट्रपति भी सम्मानित कर चुके हैं. 12 सितंबर को लड़की पिता के साथ कनीना आई थी. बस स्टैंड से गुजर रही थी तो गांव के पंकज और मनीष मिले. आरोप है कि पंकज ने लड़की को पानी पिलाया. इससे वो बेहोश हो गई. इसके बाद दोनों उसे एक सुनसान जगह पर ले गए, जहां निशु नामक युवक पहले मौजूद था. तीनों ने उसके साथ रेप किया. गैंगरेप के बाद उसे गंभीर हालत में बस स्टैंड पर छोड़ दिया था.
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