रेवाड़ी: हरियाणा के रेवाड़ी में एंटी व्हीकल थैफ्ट पुलिस ने ट्रांसपोर्ट मालिक के साथ मिलकर बुक कराई गई कारो को बुकिंग वाले स्थानों पर न भेजकर उसे खुद प्रयोग करके धोखाधड़ी करने के मामले में 3 आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है. गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान मोहल्ला गुर्जरवाड़ा निवासी कपिल, मुक्तिवाड़ा निवासी विक्रम, गुर्जरवाड़ा हाल में धामलाका गांव निवासी कर्ण उर्फ करनी के रूप में हुई है. पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से 4 कार भी बरामद की है.
क्या है पूरा मामला?: पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार मूल रूप से जिला चरखी दादरी के गांव पैतांवास कला एवं हाल रेवाड़ी निवासी अरुण कुमार ने गुरुग्राम में ट्रांसको मूवर्स के नाम से ट्रांसपोर्ट ऑफिस खोला हुआ है. वह अपने ट्रांसपोर्ट से गाड़ी मालिक की कारों को एक स्थान दूसरे स्थान पर पहुंचाने के लिए बुकिंग करता है. हैरानी की बात यह है कि आरोपी कार को बुकिंग वाले स्थानों पर न पहुचांकर अपने साथी कपिल के साथ मिलकर उन वाहनों को खुद प्रयोग कर धोखाधड़ी करता है. अरुण कुमार और कपिल ने रेवाड़ी में काफी गाड़ियां धोखाधड़ी से लाकर बेची हैं.
कपिल के पास अरुण द्वारा दी एक कर्नाटक नंबर और दिल्ली नंबर की 2 कार है, जिसे तय स्थान पर पहुंचाने की बजाय वे खुद प्रयोग कर रहे हैं. जांच अधिकारी मनोज कुमार ने बताया कि रेवाड़ी पुलिस की सूचना मिली थी कि कपिल अभी बावल से रेवाड़ी की तरफ आ रहा है. सूचना मिलने पर एंटी व्हीकल थैफ्ट पुलिस टीम ने कमालपुर बिठवाना रेवाड़ी बाईपास पुल के नीचे पहुंचकर नाकाबंदी शुरू की. इसी दौरान एक टियागो कार आई. पुलिस की टीम ने कार चालक को रुकने का इशारा किया तो वह भागने का प्रयास करने लगा. आखिरकार पुलिस की टीम ने उसे मौके पर ही धर दबोचा.
ऐसे हुआ खुलासा: वहीं, कार के मालिक विजय बाबू से पुलिस ने संपर्क किया तो पता चला कि उसने 27 जुलाई को मोहाली से कार बुक कराई थी, लेकिन उसके पास नहीं आई है. पूछताछ में आरोपी ने बताया कि इसके आलावा उसके पास एक वैगन आर कार भी है और 2 गाड़ी उसने मोहल्ला मुक्तिवाड़ा निवासी विक्रम और मोहल्ला गुर्जरवाड़ा हाल गांव धामलाका निवासी कर्ण उर्फ करनी को दी है. पुलिस ने थाना मॉडल टाउन रेवाड़ी में धोखाधड़ी का मामला दर्ज करके तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.
आरोपियों से एक टियागो, एक वैगन आर, एक क्रेटा, एक होंडा सिटी कार बरामद की गई है. अरुण कुमार और कपिल ने रेवाड़ी के अंदर काफी गाड़ियां धोखाधड़ी से लाकर उनको बेच देते हैं. कपिल के पास अरुण द्वारा दी गई एक कर्नाटक नंबर और दिल्ली नंबर की 2 कार है, जिसे तय स्थान पर पहुंचाने की बजाए खुद प्रयोग कर रहे हैं. पूछताछ में आरोपी ने अपना नाम कपिल मोहल्ला गुजर्रवाड़ा बताया. आरोपी ने बताया कि यह गाड़ी उसे अरुण ने दी है. उसने बताया कि गुरुग्राम में अरुण का ट्रांसपोर्ट ऑफिस है. अरुण गाड़ियों को एक स्थान से दूसरे स्थान पर भेजने के लिए पहले ही पैसे ले लेता है, लेकिन उनको वहां भेजने की बजाए उसके पास भेज देता है. यह कार भी मोहाली से बेंगलुरु भेजी जानी थी, लेकिन तीन माह से उसी के पास है. - मनोज कुमार, जांच अधिकारी
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