रेवाड़ी: राजस्थान के जालौर में एक छात्र की मौत (Jalore student death case) के मामले ने तूल पकड़ लिया है. छात्र की मौत के बाद शुक्रवार को रेवाड़ी में सामाजिक संगठनों ने विरोध प्रदर्शन किया. साथ ही प्रदर्शनकारियों ने जिला सचिवालय पहुंचकर राष्ट्रपति के नाम DDPO को ज्ञापन भी सौंपा है. ज्ञापन सौंपते हुए संगठन के लोगों ने राजस्थान सरकार से कड़ी कार्रवाई की मांग की है.
समिति के पदाधिकारियों ने कहा है कि जालौर में बच्चे को मटकी से पानी पीने पर उसकी पिटाई इसलिए कर दी गई क्योंकि वह अनुसूचित जाति से आता था, यह बेहद ही शर्मनाक बात है. सामाजिक संगठन ने विरोध प्रदर्शन करते हुए कहा है कि आज भी हमारे समाज में भेदभाव की भावना बरकरार है. जिसको लेकर सरकार को सख्त कदम उठाने की जरूरत है. संगठन के लोगों ने राजस्थान सरकार से परिवार को मुआवजे के साथ नौकरी दिए जाने की मांग भी की. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि आरोपियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए.
प्रदर्शन के दौरान लोगों ने राजस्थान सरकार के खिलाफ नारेबाजी (Protest in Haryana against Jalore case) की. इसके बाद जिला सचिवालय पहुंचे. प्रदर्शनकारियों ने कहा कि जिस तरह एक स्कूल के अंदर अनुसूचित जाति के छात्र को सिर्फ इसलिए बेरहमी से अध्यापक ने पीटा क्योंकि उसने घड़े से पानी पी लिया था. यह आजाद भारत की सबसे दुर्भाग्यपूर्ण घटना है. ऐसे में मामले में तुरंत सख्त एक्शन लेना चाहिए था. प्रदर्शनकारियों ने मांग की कि आरोपी अध्यापक के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए और पीड़ित परिवार को उचित मुआवजा मिलना चाहिए. प्रदर्शनकारियों ने कहा कि राजस्थान सरकार ने मामला उजागर होने के बावजूद अभी तक आरोपी अध्यापक के खिलाफ कोई एक्शन नहीं लिया गया है.