रेवाड़ीः मुख्यमंत्री के हस्तक्षेप से रितिक हरियाणा का पहला ऐसा नाबालिग हो गया है जिसका विशेष बीपीएल कार्ड बनाया गया है. 13 जुलाई की रितिक का ये मामला सामने आया था, जिस पर तुरंत कार्रवाई करते हुए रेवाड़ी के उपायुक्त यशेन्द्र सिंह ने इस बच्चे को बुलाकर राशन कार्ड की कार्रवाई को पूरा कराया.
उपायुक्त ने सीएम तक पहुंचाया मामला
इससे पहले राशनकार्ड बनवाने को लेकर आ रही तकनीकी दिक्कतों को लेकर उपायुक्त ने मुख्यमंत्री कार्यालय को स्थिति से अवगत कराया गया था. इस पर मुख्यमंत्री ने संज्ञान लेते हुए स्पेशल केस बनाकर सम्बंधित विभाग को तुरंत प्रभाव से कार्रवाई कर राशनकार्ड बनाने के आदेश दिए.
सातवीं क्लास का छात्र है रितिक
जाटूसाना निवासी रितिक सरकारी स्कूल में कक्षा सातवीं में पढ़ रहा है. 5 साल की उम्र में ही रितिक की माता का निधन हो गया और 9 साल की उम्र में पिता भी चल बसे. रितिक के दादा- दादी जिंदा हैं, लेकिन वे खुद ही बीमार रहते हैं. इसी दौरान रितिक राशनकार्ड में अपने पिता का नाम कटवाने के लिए खाद्य एवं आपूर्ति विभाग पहुंचा.
मुख्यमंत्री ने की मदद
यहां तकनीकी दिक्कतों की वजह से उसका कार्ड बनना संभव नहीं था, जो कि अब मुख्यमंत्री के हस्तक्षेप से बन गया है. बता दें कि राशन कार्ड बनवाने के लिए परिवार के मुखिया का बालिग होना जरूरी है. रितिक परिवार में अकेला था, ऐसे में उसका राशन कार्ड नहीं बन पा रहा था जोकि अब सीएम हस्तक्षेप से बन गया है.