रेवाड़ी: कोरोना को लेकर स्वस्थ विभाग कितना गंभीर है इसका उदाहरण जिले के धारूहेड़ा में देखने को मिला है. जहां एक बुजुर्ग महिला द्वारा वैक्सीन लगवाए बिना ही उसका सर्टिफिकेट जारी कर दिया गया और उसे मैसेज भेज दिया कि उसको कोरोना की पहली डोज लगाई जा चुकी है. अब इस घटना के बाद महिला के परिजनों में काफी गुस्सा है.
जानकारी के अनुसार कोरोना वैक्सीन ट्रायल में शामिल रहे प्रकाश यादव खरखड़ा ने बताया कि उन्होंने अपनी माता पवित्रा देवी को कोरोना वैक्सीन लगवाने के लिए आरोग्य सेतु ऐप पर रजिस्ट्रेशन किया था लेकिन सोमवार को वो किसी कारण से वैक्सीन नहीं लगवा सके.
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इसके बावजूद उसके मोबाइल पर मैसेज भेज कर सूचित किया गया कि पवित्रा देवी को कोरोना वैक्सीन की पहली डोज नर्स पूजा द्वारा सफलतापूर्वक दी जा चुकी है और इसके लिए बकायदा सर्टिफिकेट जारी किया गया है. उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाओं से पता लगता है कि विभाग कितना सजग है उन्होंने वैक्सीनेशन अभियान को बस मजाक समझ रखा है.
वहीं नोडल अधिकारी डॉ. अशोक कुमार ने कहा कि इस मामले में जांच की जाएगी और महिला को वैक्सीन लगाई जाएगी. उन्होंने कहा कि अगर इस तरह की खामियां विभाग में है तो उसे जरूर ठीक किया जाएगा.
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लेकिन सवाल ये उठता है कि जहां एक तरफ देश में महामारी का प्रकोप फैल रहा है तो वहीं स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही करने से बाज नहीं आ रहा जिसका खामियाजा आम लोगों को भुगतना पड़ रहा है. अब देखना होगा कि स्वास्थ्य विभाग इस पर क्या कुछ संज्ञान लेती है.