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रेवाड़ी मे डॉक्टर की पत्नी को ब्लैकमेल कर वसूले 10 लाख रुपए

Rewari Crime News: हरियाणा के रेवाड़ी जिले से धोखाधड़ी का एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है. यहां एक महिला को पहले 30 हजार रुपए का लोन दिया गया. महिला ने लोन कुछ दिन बाद लौटा दिया, लेकिन उसके बाद शातिर ठगों ने ब्लैकमेलिंग शुरू कर दी और 10 लाख रुपए ठग लिए.

woman cheated in rewari
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Published : Mar 22, 2022, 3:07 PM IST

रेवाड़ी: साइबर फ्रॉड के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. ठग रोज नए-नए हथकंडे अपना रहे हैं. आए दिन लोग इन ठगों का शिकार हो रहे हैं. ताजा मामला रेवाड़ी के खिजुरी स्थित गोल्डन विला से सामने आया है. जहां शातिर ठगों ने एक महिला को पहले 30 हजार रुपए का लोन दिया गया. महिला ने लोन तो कुछ दिन बाद लौटा दिया, लेकिन उसके बाद शातिर ठगों ने ब्लैकमेलिंग शुरू कर दी और 10 लाख रुपए ठग लिए. महिला की लिखित शिकायत पर धारूहेड़ा थाना पुलिस ने शातिर बदमाशों के खिलाफ केस दर्ज करके कार्रवाई शुरू कर दी है.

मिली जानकारी के अनुसार राजस्थान के श्रीगंगानगर निवासी डॉक्टर की पत्नी पिछले 6 साल से रेवाड़ी में दिल्ली-जयपुर हाईवे पर गांव खिजुरी स्थित गोल्डन विला में किराये पर फ्लैट लेकर रह रही है. 10 दिसंबर 2021 को उसके पास एक मैसेज आया था. मैसेज में लिखा था कि उनका 3 लाख रुपए का लोन अप्रूव किया गया है. मैसेज के साथ एक और लिंक भी आया था, जिसपर क्लिक करते ही गूगल प्ले स्टोर का ऑप्शन खुल गया. जिसके बाद एक ऐप को इंस्टॉल किया गया.

इंस्टालेशन के बाद तीन चीनी ऐप का नोटिफिकेशन आया, जिसमें कैश पार्क, लोन होम, कैश एडवांश ऐप खोलते दिखा. ऐप के अंदर पीड़िता ने अपनी फोटो, आधार कार्ड, पैन कार्ड और बैंक खाते से संबंधित डिटेल एड कर दी. तीन घंटे बाद महिला के अकाउंट में 30 हजार रुपये की लोन की राशि प्राप्त हो गई. वहीं ऐप में लोन भरने की समयावधि भी दर्शाई गई. महिला की मानें तो उसने कुछ दिन के अंदर ही पेटीएम गेटवे के जरिए 30 हजार रुपये की राशि वापस ट्रांसफर कर दी.

ये भी पढ़ें- रोहतक में युवक से ठगी, मार्बल पत्थर खरीदने के नाम पर निकाले 10 हजार रुपये

कुछ दिन बाद ही उसके पास फिर से बैंक का मैसेज आया कि इस बार उनको 5 लाख रुपये का लोन अप्रूव हो गया है. लोन की राशि चुकाने के बाद महिला ने ऐप को अनइंस्टाल कर दिया था. जिसके बाद इंटरनेशनल नंबर से उनके पास कॉल आया और बैंक की तरफ से पार्क कैश ऐप डाउनलोड करने का कहा गया. शातिर ठगों के कहने पर महिला ने ऐप इंस्टॉल कर किया, लेकिन 5 लाख रुपए का लोन मिलने की बजाए शातिर ने इस बार उसके मोबाइल को ट्रू कॉलर सॉफ्टवेयर के जरिए हैक करके उसकी कॉन्टेक्ट लिस्ट ही चुरा ली.

महिला के अनुसार ठगों का इंटरनेशनल नंबर से दोबारा फोन आया कि 2 घंटे के अंदर अगर 5 लाख रुपए की राशि उन्हें पेटीएम गेटवे के जरिए नहीं लौटाई गई तो उसका अंजाम बुरा होगा. पहली बार 15 फरवरी 2022 को उसके व्हाट्सऐप पर उसकी फोटो के साथ लोन चोर लिखकर भेजा गया. ऐसा ही मैसेज चुराए गए उसके रिश्तेदारों के कॉन्टैक्ट नंबर पर भेज दिया गया. ठगों ने बाद में कुछ मैसेज में कभी कॉल गर्ल लिखकर तो कभी सैक्स वर्कर लिखकर उनके परिवार ही नहीं, बल्कि अन्य रिश्तेदारों को भेज दिया.

ये भी पढ़ें- फरीदाबाद पुलिस ने साइबर ठग गिरोह का किया भंडाफोड़, पूरे देश में ठगी की 242 वारदातों को दे चुके हैं अंजाम

शातिरों ठगों ने हर रोज 50 हजार रुपए पेटीएम के जरिए मांगे की. महिला के अनुसार 17 मार्च तक वह 10 लाख रुपए शातिरों को ट्रांसफर कर चुकी है, लेकिन उसके बावजूद अभी भी उसे ब्लैकमेल किया जा रहा है. धारूहेड़ा थाना पुलिस ने अज्ञात शातिरों के खिलाफ आईटी एक्ट, 384, 406, 420, 469, 500, 507, 509 के तहत केस दर्ज करके कार्रवाई शुरू कर दी है.

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रेवाड़ी: साइबर फ्रॉड के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. ठग रोज नए-नए हथकंडे अपना रहे हैं. आए दिन लोग इन ठगों का शिकार हो रहे हैं. ताजा मामला रेवाड़ी के खिजुरी स्थित गोल्डन विला से सामने आया है. जहां शातिर ठगों ने एक महिला को पहले 30 हजार रुपए का लोन दिया गया. महिला ने लोन तो कुछ दिन बाद लौटा दिया, लेकिन उसके बाद शातिर ठगों ने ब्लैकमेलिंग शुरू कर दी और 10 लाख रुपए ठग लिए. महिला की लिखित शिकायत पर धारूहेड़ा थाना पुलिस ने शातिर बदमाशों के खिलाफ केस दर्ज करके कार्रवाई शुरू कर दी है.

मिली जानकारी के अनुसार राजस्थान के श्रीगंगानगर निवासी डॉक्टर की पत्नी पिछले 6 साल से रेवाड़ी में दिल्ली-जयपुर हाईवे पर गांव खिजुरी स्थित गोल्डन विला में किराये पर फ्लैट लेकर रह रही है. 10 दिसंबर 2021 को उसके पास एक मैसेज आया था. मैसेज में लिखा था कि उनका 3 लाख रुपए का लोन अप्रूव किया गया है. मैसेज के साथ एक और लिंक भी आया था, जिसपर क्लिक करते ही गूगल प्ले स्टोर का ऑप्शन खुल गया. जिसके बाद एक ऐप को इंस्टॉल किया गया.

इंस्टालेशन के बाद तीन चीनी ऐप का नोटिफिकेशन आया, जिसमें कैश पार्क, लोन होम, कैश एडवांश ऐप खोलते दिखा. ऐप के अंदर पीड़िता ने अपनी फोटो, आधार कार्ड, पैन कार्ड और बैंक खाते से संबंधित डिटेल एड कर दी. तीन घंटे बाद महिला के अकाउंट में 30 हजार रुपये की लोन की राशि प्राप्त हो गई. वहीं ऐप में लोन भरने की समयावधि भी दर्शाई गई. महिला की मानें तो उसने कुछ दिन के अंदर ही पेटीएम गेटवे के जरिए 30 हजार रुपये की राशि वापस ट्रांसफर कर दी.

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कुछ दिन बाद ही उसके पास फिर से बैंक का मैसेज आया कि इस बार उनको 5 लाख रुपये का लोन अप्रूव हो गया है. लोन की राशि चुकाने के बाद महिला ने ऐप को अनइंस्टाल कर दिया था. जिसके बाद इंटरनेशनल नंबर से उनके पास कॉल आया और बैंक की तरफ से पार्क कैश ऐप डाउनलोड करने का कहा गया. शातिर ठगों के कहने पर महिला ने ऐप इंस्टॉल कर किया, लेकिन 5 लाख रुपए का लोन मिलने की बजाए शातिर ने इस बार उसके मोबाइल को ट्रू कॉलर सॉफ्टवेयर के जरिए हैक करके उसकी कॉन्टेक्ट लिस्ट ही चुरा ली.

महिला के अनुसार ठगों का इंटरनेशनल नंबर से दोबारा फोन आया कि 2 घंटे के अंदर अगर 5 लाख रुपए की राशि उन्हें पेटीएम गेटवे के जरिए नहीं लौटाई गई तो उसका अंजाम बुरा होगा. पहली बार 15 फरवरी 2022 को उसके व्हाट्सऐप पर उसकी फोटो के साथ लोन चोर लिखकर भेजा गया. ऐसा ही मैसेज चुराए गए उसके रिश्तेदारों के कॉन्टैक्ट नंबर पर भेज दिया गया. ठगों ने बाद में कुछ मैसेज में कभी कॉल गर्ल लिखकर तो कभी सैक्स वर्कर लिखकर उनके परिवार ही नहीं, बल्कि अन्य रिश्तेदारों को भेज दिया.

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शातिरों ठगों ने हर रोज 50 हजार रुपए पेटीएम के जरिए मांगे की. महिला के अनुसार 17 मार्च तक वह 10 लाख रुपए शातिरों को ट्रांसफर कर चुकी है, लेकिन उसके बावजूद अभी भी उसे ब्लैकमेल किया जा रहा है. धारूहेड़ा थाना पुलिस ने अज्ञात शातिरों के खिलाफ आईटी एक्ट, 384, 406, 420, 469, 500, 507, 509 के तहत केस दर्ज करके कार्रवाई शुरू कर दी है.

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