रेवाड़ी: गणतंत्र दिवस पर ट्रैक्टर परेड के दौरान दिल्ली में हुए उपद्रव के बाद किसान आंदोलन कमजोर पड़ता नजर आ रहा है. गणतंत्र दिवस पर हुई घटना के बाद कुछ किसान संगठनों ने खुद से धरना खत्म कर दिया है. तो कुछ को पुलिस प्रशासन ने खत्म करवा दिया है.
इसपर पूर्व मंत्री और कांग्रेस नेता कैप्टन अजय यादव ने प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि पुलिस की कारगुजारी से नाराज ग्रामीण उनके पास पहुंचे हैं. रेवाड़ी के मसानी और गंगाजल टोल पर किसानों को डरा धमका कर भगा दिया गया.
कैप्टन अजय सिंह ने कहा कि जब वो किसानों से मिलने धरना स्थल पर गए थे तो उन्होंने किसानों को जबरन उठाने की शिकायत एसपी से की. अजय यादव ने आरोप लगाया कि एसपी ने उन पर लोगों को भड़काने का आरोप लगाया और एफआईआर दर्ज करने की धमकी दे दी. कैप्टन अजय ने दिल्ली में किसान आंदोलन के दौरान हुई घटना की निंदा करते हुए कहा कि हिंसा किसी समस्या का समाधान नहीं है. लेकिन लाल किले पर जो हुआ वो सब पुलिस और भाजपा ने कराया है.
इस घटना को अंजाम देने वाला दीप सिंधु भाजपा का कार्यकर्ता है, उसकी फोटो प्रधानमंत्री और गृहमंत्री के साथ सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है. उन्होंने सवाल किया कि आंदोलनकारी लाल किले पर कैसे पहुंचे? पुलिस ने उन्हें क्यों नहीं रोका? उन्होंने कहा कि किसानों के साथ जो भी हो रहा है वो सब भाजपा का षड्यंत्र है और उसमें केंद्रीय राज्य मंत्री राव इंद्रजीत सिंह भी शामिल हैं. उनके समर्थकों ने ही ग्रामीणों को गुमराह कर धरना समाप्त कराया है.