रेवाड़ी: जिले में आंगनवाड़ी केंद्रों को प्ले स्कूलो में अपग्रेड करने के लिए महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा मास्टर ट्रेनरों को प्रशिक्षण दिया जा चुका है। उपायुक्त यशेन्द्र सिंह ने यह जानकारी देते हुए बताया कि पहले चरण में जिला की 43 आंगनबाड़ी केन्द्रों को प्ले स्कूल के लिए चुना गया है.
उन्होंने बताया कि प्रशिक्षण के लिए लगाई गई कार्यशाला में जिले से चार मास्टर ट्रेनर तैयार किए गए हैं। मुख्यमंत्री मनोहर लाल की महत्वाकांक्षी सोच के अनुरूप तीन से छह वर्ष के बच्चों को उच्च स्तर की स्कूल पूर्व शिक्षा देने के मकसद से यह पहल की गई है। जिला के 43 आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को इस प्रकार का प्रशिक्षण दिया जाना है, ताकि आगंनवाड़ी कार्यकर्ता प्ले स्कूलों को सुचारू रूप से चला सकें। डीसी ने कहा कि बच्चों का सर्वाधिक विकास शुरूआती 5-6 वर्ष की आयु में होता है। इसी के तहत प्रथम चरण में जिला के 43 आंगनवाड़ी केद्रों को अपग्रेड किया जाएगा। इसके लिए प्रशिक्षण मास्टर ट्रेनर तैयार किए गए है। यहां यह भी बतां दे कि उपरोक्त आंगनवाड़ी केन्द्र जो कि राजकीय प्राथमिक स्कूल, राजकीय माध्यमिक विद्यालय व राजकीय वरिष्ठï माध्यमिक विद्यालय में चल रहे हैं। दूसरे चरण में जिला की कुछ ओर आंगनवाड़ी केन्द्रों को प्ले स्कूल में बदलने का कार्य भी किया जाएगा।
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ये आंगनबाड़ी केन्द्र बनेंगे प्ले स्कूल
हांसाका, डूंगरवास, खलीलपुरी, लाखनौर, गोकलगढ़, भुरथल जाट, धारूहेड़ा, मालपुरा, घटाल, सहारनवास, लिसाना, जांट, खोल खंड की जैनाबाद, मन्दौला, बास, भटेडा, भालखी, प्राणपुरा, मामडिय़ा असमपुर, बोहका, बलवाडी, बासदूधा, नांगल जमालपुर, गोलियाकी, खंड नाहड़ में नांगल, लुखी, झोलरी, जाटूसाना खंड में खेडा आलमपुर, मोतला कलां, जीवड़ा, बोडिया कमालपुर, बावल खंड की आरामनगर, बोलनी, संगवाड़ी, धारण, खण्डौडा, जलियावास, जैतपुर, तिहाड़ा, बिलासपुर, मोहनपुर, राजगढ, बधराना आंगनवाड़ी केन्द्र शामिल है।
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