पानीपत: हरियाणा के जिला पानीपत में प्रेमी संग मिलकर युवती की हत्या कर मुंह पर तेजाब डालकर पहचान मिटाने वाली शातिर हत्यारन ने खुद को फांसी की सजा से बचने के लिए एक और साजिश रची. हत्या के मामले में आरोपी ज्योति ने दिसंबर 2022 में जेल से बेल पर बाहर आने के बाद बिन बताए किसी अन्य युवक से शादी कर ली. गौरतलब है कि जिस प्रेमी के साथ मिलकर उसने ये साजिश रची. वो टीबी से ग्रसित था. जिस कारण जेल में सजा काटते समय ही साल 2020 में उसकी मौत हो गई थी.
सजा से बचने के लिए एक और साजिश: हालांकि ज्योति के शादी करने का मकसद था कि वह प्रेग्नेंट हो जाए और फांसी की सजा से बच जाए और हुआ भी कुछ ऐसा ही. जी हां इस षड्यंत्र के बाद ज्योति प्रेग्रेंट हो गई. फिर ज्योति के वकील की दलीलों के बाद ज्योति को फांसी की सजा ना होकर कोर्ट ने उम्रकैद की सजा सुनाई है. हालांकि जिस युवती सिमरन की हत्या हुई थी, उसकी मां उषा दुबे का कहना है कि वो भी अपनी बेटी की हत्यारी को उम्रकैद की ही सजा चाहती थी. ताकि वो जेल में ताउम्र तड़प-तड़प कर मरे.
हत्या की प्री प्लानिंग: पानीपत के एसडी कॉलेज का BA तृतीय का छात्र और NSS का इंचार्ज कृष्ण और आर्य कॉलेज की बीए तृतीय वर्ष की छात्रा ज्योति एक दूसरे को पसंद करते थे. इन दोनों के परिवार वाले शादी के लिए मना कर रहे थे. जब लाख कोशिशों के बाद परिजन नहीं मानें तो दोनों ने टीवी धारावाहिक क्राइम पेट्रोल देख कर एक हैरान कर देने वाली खौफनाक साजिश रच डाली.
साजिश की ऐसे की थी शुरुआत: दरअसल, दोनों ने एक प्लान बनाया कि वो दोनों मिलकर अपने कॉलेज में ज्योति की कद काठी वाली लड़की की तलाश करेंगे. प्रेमी कृष्ण ने अपने एनसीसी कैंडिडेट सिमरन से मुलाकात की. वह कद काठी में देखने में हूबहू ज्योति जैसी लगती थी. 5 सितंबर 2017 को कृष्ण ने कॉलेज की बीए द्वितीय वर्ष की छात्रा और एनसीसी की कैंडिडेट सिमरन को जीटी रोड पर गौशाला मंदिर के कमरे में यह कहकर बुलाया कि नाटक की रिहर्सल करनी है.
कर दी बेकसूर युवती की हत्या: जिसके बाद बीएससी तृतीय वर्ष के छात्र व गढ़ी छाजू निवासी मंजीत को यह कहकर बुलाया कि कैंप लगाया जाएगा और मिलिट्री के ऑफिसर भी आएंगे. मंजीत री-अपीयर का फॉर्म भरने की बात कहकर कॉलेज लौट आया. फिर दूसरी बार गया तो कमरा बंद मिला. इससे पहले ज्योति ने अपनी सहेली सिमरन को नशीली कोल्ड ड्रिंक पिला दी और फिर कृष्ण के साथ मिलकर गला घोंटकर हत्या कर दी.
हत्या के बाद शव के साथ क्रूरता: ये दोनों शातिर यहीं नहीं रुके इसके बाद ज्योति ने अपने कपड़े भी सिमरन को पहनाए. फिर सिमरन की पहचान मिटाने के लिए उसके चेहरे पर तेजाब डाल दिया. मौके पर ज्योति का कॉलेज का आई कार्ड और मोबाइल फोन छोड़ दिया. स्वजनों ने ज्योति का शव मानकर संस्कार कर दिया. उधर ज्योति और कृष्ण दोनों हिमाचल की राजधानी शिमला फरार हो गए थे. दोनों शिमला के एक होटल में रुके हुए थे.
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शिमला से हुई आरोपियों की गिरफ्तारी: थाना चांदनी बाग पुलिस ने मामला दर्ज किया. 7 सितंबर को पुलिस ने शव की तस्वीर सिमरन के पिता अशोक दुबे को दिखाई. जिसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट पानीपत के थाना में दर्ज थी. उसने बेटी की पहचान की. इसके बाद पुलिस को शक हुआ और ज्योति और उसके प्रेमी कृष्ण की तलाश शुरू कर दी. फोन की लोकेशन सर्च की गई तो लोकेशन शिमला की शो हुई. जिसके बाद कृष्ण और ज्योति दोनों को शिमला के रॉयल होटल से गिरफ्तार कर लिया गया.
कोर्ट ने दोषी को सुनाई सजा: कोर्ट ने 28 मार्च 2023 को 26 लोगों की गवाही के बाद ज्योति को दोषी करार दिया और आज उम्रकैद की सजा के साथ- साथ 65 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया है.
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