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पानीपतः दुबई और पानीपत में बिजनेस बताकर करते थे ठगी, पुलिस ने किया गिरफ्तार

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Published : Jan 6, 2020, 9:34 PM IST

पानीपत पुलिस ने फर्जीवाड़ा करने वाले तीन आरोपियों की धरपकड़ की है. ये आरोपी दुबई और अमेरिका में बड़ी कंपना का हवाला देकर फर्जीवाड़ा करते थे. आरोपी व्यापारी को विश्वास में लेकर उनसे लाखों रुपये का माल खरीदते थे और चेक बाउंस के जरिए बेवकूफ बनाते थे. आरोपियों के खिलाफ पहले से ही धोखाधड़ी के 15 मुकदमे दर्ज हैं.

police arrested gang fraud in panipat
फर्जीवाड़ा गिरोह

पानीपत: पानीपत पुलिस के हाथ एक बड़ी सफलता लगी है. पुलिस ने फर्जीवाड़ा करने वाले तीन आरोपियों की धरपकड़ की है. पुलिस ने आरोपी सुनील बजाज, बेटे शुभम बजाज और अंकुर बजाज को गिरफ्तार किया है. ये तीनों आरोपी दुबई और अमेरिका मे बड़ा कारोबार होने का हवाला देते थे और पानीपत मे फैक्टरी शुरू करने की बात बोलकर विभिन्न व्यापारियों से फर्जीवाड़ा करते थे.

धोखाधड़ी करने वाले तीन आरोपी गिरफ्तार

आरोपी व्यापारियों से करोड़ों रुपए का धागा और कंबल खरीद लेते थे और उनसे फर्जी एन.एफ.टी, आर.टी.जी.एस और बाउंस चेक देकर धोखाधड़ी की वारदात को अंजाम देते थे. गौरतलब है कि पहले भी आरोपियों के खिलाफ शहर मे धोखाधड़ी के कुल 18 मुकदमे दर्ज है. इनमे से 15 मुकदमों मे आरोपी सुनील बजाज माननीय न्यायालय से पीओ घोषित था. तीनो आरोपी करीब एक साल से फरार चल रहे थे.

पानीपत पुलिस ने फर्जीवाड़े गिरोह को किया गिरफ्तार, देखें वीडियो

इस मामले में पुलिस हुई गंभीर

इंस्पेक्टर दीपक कुमार ने बताया कि माडल टाउन निवासी पवन गर्ग ने मार्च 2018 मे थाना किला मे शिकायत दी थी और ये बताया था कि वह धागे का व्यापार करते है और काबड़ी रोड पर प्रेम कांटेक्ट के नाम से उनकी फर्म है. 27 दिसंबर 2017 को विशेष षडयंत्र के तहत सुनील बजाज उसके बेटे शुभम बजाज, अंकुर बजाज ने अपना दुबई मे बड़ा कारोबार होने की बात बोलकर पानीपत मे कारोबार शुरू करने के लिए बरसत रोड पर तीन फैक्टरी खरीदने के साथ-साथ राजनैतिक पकड़ होने बारे में बताया. आरोपियों ने अगले दिन उनसे फोन पर बात कर फैक्टरी दिखाने के लिए बरसत रोड पर बुलाया और सचदेवा गार्डन के पास तीन फैक्टरी दिखाई. आरोपियों ने विश्वास मे लेकर उनसे माल खरीदा और पेमेंट के लिए चैक दे दिए जो बैंक मे लगाने पर क्लियर नही हुए.

अमेरिका और दुबई में बड़ा कारोबार होने का देते थे हवाला

इसके बाद फोन पर सम्पर्क किया तो आरोपियों ने धोखा करने के लिए और माल एठने की नियत से दो फर्जी मैसेज तैयार कर 15 जनवरी 2018 को फोन पर भेजे, जिसमें लिखा था कि आपके अकांउट मे 1,22,500/- और 1,42,500/- रूपये जमा करवा दिये है. इस बारे जांच की तो पता चला की यह फर्जी मैसेज था. अपने स्तर पर जांच की तो सामने आया यह बहुत बडा फोर्ड किस्म का ग्रुप है. इन्होने इस प्रकार का फर्जीवाड़ा बहुत सारे व्यापारियों के साथ किया हुआ है.

ये भी जाने- चरखी दादरीः पूर्व शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा ने लोगों को सीएए के बारे में दी जानकारी

14 लाख रुपये की धोखाधड़ी का आरोप

इसके बाद आरोपियों से सम्पर्क किया तो उन्होंने फर्जी मैसेज तैयार कर अपने फोन से मेरे फोन नंबर पर 2 लाख 30 हजार रूपये आर.टी.जी.एस ट्राजैक्शन किया. इस प्रकार उक्त सभी आरोपियों ने उनके साथ करीब 14,15,733/- रूपये की धोखाधड़ी करने की वारदात को अंजाम दिया. पवन गर्ग कि शिकायत पर उक्त सभी आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड सहिता की धारा 406, 420, 120B के तहत मामला दर्ज किया था. इंस्पेक्टर दीपक कुमार ने बताया कि पुलिस अधीक्षक श्री सुमित कुमार जी ने मामले की गम्भीरता को देखते हुए विगत दिनों मामले की जांच और आरोपियों की धरपकड़ की जिम्मेवारी सीआईए-टू पुलिस टीम को सोपी थी.

आरोपियों को पकड़ने के लिए पुलिस ने गठित की थी टीम

सीआईए-टू की टीम गहनता से जांच करते हुए आरोपियों की धरपकड़ के लिए उनके संभावित ठिकानो पर दंबिस दे रही थी. टीम ने 31 दिसंबर मंगलवार देर सांय गुप्त सूचना के आधार पर दंबिस दी. आरोपी सुनील बजाज उसके बेटे शुभम बजाज, अंकुर बजाज निवासी बरसत रोड पानीपत से काबू किया. गहनता से पूछताछ करने के लिए तीनों आरोपियों को 1 जनवरी को माननीय न्यायालय मे पेश कर पुलिस ने रिमांड लिया था.

रिमांड पर ठग

रिमांड के दौरान पुछताछ करने पर आरोपियों ने फर्जी तैयार किया और सारा रिकार्ड के बारे में बताया. आरोपियों के खिलाफ मुकदमे मे भा.द.स की धारा 201 इजाद कर रिमांड अवधि समाप्त होने पर तीनों आरोपियों को माननीय न्यायालय मे पेश कर न्यायिक हिरासत भेजा गया है.

पानीपत: पानीपत पुलिस के हाथ एक बड़ी सफलता लगी है. पुलिस ने फर्जीवाड़ा करने वाले तीन आरोपियों की धरपकड़ की है. पुलिस ने आरोपी सुनील बजाज, बेटे शुभम बजाज और अंकुर बजाज को गिरफ्तार किया है. ये तीनों आरोपी दुबई और अमेरिका मे बड़ा कारोबार होने का हवाला देते थे और पानीपत मे फैक्टरी शुरू करने की बात बोलकर विभिन्न व्यापारियों से फर्जीवाड़ा करते थे.

धोखाधड़ी करने वाले तीन आरोपी गिरफ्तार

आरोपी व्यापारियों से करोड़ों रुपए का धागा और कंबल खरीद लेते थे और उनसे फर्जी एन.एफ.टी, आर.टी.जी.एस और बाउंस चेक देकर धोखाधड़ी की वारदात को अंजाम देते थे. गौरतलब है कि पहले भी आरोपियों के खिलाफ शहर मे धोखाधड़ी के कुल 18 मुकदमे दर्ज है. इनमे से 15 मुकदमों मे आरोपी सुनील बजाज माननीय न्यायालय से पीओ घोषित था. तीनो आरोपी करीब एक साल से फरार चल रहे थे.

पानीपत पुलिस ने फर्जीवाड़े गिरोह को किया गिरफ्तार, देखें वीडियो

इस मामले में पुलिस हुई गंभीर

इंस्पेक्टर दीपक कुमार ने बताया कि माडल टाउन निवासी पवन गर्ग ने मार्च 2018 मे थाना किला मे शिकायत दी थी और ये बताया था कि वह धागे का व्यापार करते है और काबड़ी रोड पर प्रेम कांटेक्ट के नाम से उनकी फर्म है. 27 दिसंबर 2017 को विशेष षडयंत्र के तहत सुनील बजाज उसके बेटे शुभम बजाज, अंकुर बजाज ने अपना दुबई मे बड़ा कारोबार होने की बात बोलकर पानीपत मे कारोबार शुरू करने के लिए बरसत रोड पर तीन फैक्टरी खरीदने के साथ-साथ राजनैतिक पकड़ होने बारे में बताया. आरोपियों ने अगले दिन उनसे फोन पर बात कर फैक्टरी दिखाने के लिए बरसत रोड पर बुलाया और सचदेवा गार्डन के पास तीन फैक्टरी दिखाई. आरोपियों ने विश्वास मे लेकर उनसे माल खरीदा और पेमेंट के लिए चैक दे दिए जो बैंक मे लगाने पर क्लियर नही हुए.

अमेरिका और दुबई में बड़ा कारोबार होने का देते थे हवाला

इसके बाद फोन पर सम्पर्क किया तो आरोपियों ने धोखा करने के लिए और माल एठने की नियत से दो फर्जी मैसेज तैयार कर 15 जनवरी 2018 को फोन पर भेजे, जिसमें लिखा था कि आपके अकांउट मे 1,22,500/- और 1,42,500/- रूपये जमा करवा दिये है. इस बारे जांच की तो पता चला की यह फर्जी मैसेज था. अपने स्तर पर जांच की तो सामने आया यह बहुत बडा फोर्ड किस्म का ग्रुप है. इन्होने इस प्रकार का फर्जीवाड़ा बहुत सारे व्यापारियों के साथ किया हुआ है.

ये भी जाने- चरखी दादरीः पूर्व शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा ने लोगों को सीएए के बारे में दी जानकारी

14 लाख रुपये की धोखाधड़ी का आरोप

इसके बाद आरोपियों से सम्पर्क किया तो उन्होंने फर्जी मैसेज तैयार कर अपने फोन से मेरे फोन नंबर पर 2 लाख 30 हजार रूपये आर.टी.जी.एस ट्राजैक्शन किया. इस प्रकार उक्त सभी आरोपियों ने उनके साथ करीब 14,15,733/- रूपये की धोखाधड़ी करने की वारदात को अंजाम दिया. पवन गर्ग कि शिकायत पर उक्त सभी आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड सहिता की धारा 406, 420, 120B के तहत मामला दर्ज किया था. इंस्पेक्टर दीपक कुमार ने बताया कि पुलिस अधीक्षक श्री सुमित कुमार जी ने मामले की गम्भीरता को देखते हुए विगत दिनों मामले की जांच और आरोपियों की धरपकड़ की जिम्मेवारी सीआईए-टू पुलिस टीम को सोपी थी.

आरोपियों को पकड़ने के लिए पुलिस ने गठित की थी टीम

सीआईए-टू की टीम गहनता से जांच करते हुए आरोपियों की धरपकड़ के लिए उनके संभावित ठिकानो पर दंबिस दे रही थी. टीम ने 31 दिसंबर मंगलवार देर सांय गुप्त सूचना के आधार पर दंबिस दी. आरोपी सुनील बजाज उसके बेटे शुभम बजाज, अंकुर बजाज निवासी बरसत रोड पानीपत से काबू किया. गहनता से पूछताछ करने के लिए तीनों आरोपियों को 1 जनवरी को माननीय न्यायालय मे पेश कर पुलिस ने रिमांड लिया था.

रिमांड पर ठग

रिमांड के दौरान पुछताछ करने पर आरोपियों ने फर्जी तैयार किया और सारा रिकार्ड के बारे में बताया. आरोपियों के खिलाफ मुकदमे मे भा.द.स की धारा 201 इजाद कर रिमांड अवधि समाप्त होने पर तीनों आरोपियों को माननीय न्यायालय मे पेश कर न्यायिक हिरासत भेजा गया है.

Intro:दुबई व अमेरिका मे बड़ा कारोबार होने का हवाला दे पानीपत मे फैक्टरी शुरू करने की बात बोलकर पानीपत मे विभिन्न व्यापारियों से करोड़ों रुपए का धागा व कंबल खरीद कर फर्जी एन.एफ.टी, आर.टी.जी.एस व बाउंस चेक देकर धोखाधड़ी की वारदात को अंजाम देने के मामले में तीन आरोपी काबू।

सीआईए-टू पुलिस ने आरोपी सुनील बजाज, बेटे शुभम बजाज व अंकुर बजाज को काबू किया। आरोपियों के खिलाफ जिला के थाना किला, इसराना व शहर मे धोखा धड़ी के कुल 18 मुकदमे दर्ज है। इनमे से 15 मुकदमो मे आरोपी सुनील बजाज माननीय न्यायालय से पीओ घोषित था। तीनो आरोपी करीब एक साल से फरार चल रहे थे।

Body:सीआईए-टू प्रभारी इंस्पेक्टर दीपक कुमार ने बताया कि माडल टाउन निवासी पवन गर्ग ने मार्च 2018 मे थाना किला मे शिकायत दे बताया था कि वह धागे का व्यापार करते है और काबड़ी रोड़ पर प्रेम कांटेक्ट के नाम से उनकी फर्म है। 27 दिसंबर 2017 को विशेष सड़यंत्र के तहत सुनील बजाज उसके बेटे शुभम बजाज, अंकुर बजाज निवासी बरसत रोड़, नरेश चावला निवासी इदगाह कॉलोनी व कोपिन उर्फ सोनू निवासी जलालपुर पानीपत ने अपना दुबई मे बड़ा कारोबार होने की बात बोलकर पानीपत मे कारोबार शुरू करने के लिए बरसत रोड़ पर तीन फैक्टरी खरीदने के साथ-साथ राजनैतिक पकड़ होने बारे बताया। आरोपियों ने अगले दिन उनसे फोन पर बात कर फैक्टरी दिखाने के लिए बरसत रोड़ पर बुलाकर सचदेवा गार्डन के पास तीन फैक्टरी दिखाई जिनमे से एक पर कृष्णा टैक्सटाइल, दूसरी पर प्रीत टैक्सटाइल व तीसरी पर कृष्णा टैक्सटाइल का बोर्ड लगा हुआ था। आरोपियों ने विश्वास मे लेकर उनसे माल खरीदा और पेमेंट के लिए चैक दे दिए जो बैक मे लगाने पर क्लियर नही हुए। इसके बाद फोन पर सम्पर्क किया तो आरोपियों ने धोखा करने के लिए और माल एठने की नियत से दो फर्जी मैसेज तैयार कर 15 जनवरी 2018 को मेरे फोन पर भेजे की आपके अकांउट मे 1,22,500/- और 1,42,500/- रूपये जमा करवा दिये है। इस बारे जांच की तो पता चला की यह फर्जी मैसेज है। अपने स्तर पर जांच की तो सामने आया यह बहुत बडा फोर्ड किस्म का ग्रुप है इन्होने इस प्रकार का फर्जीवाड़ा बहुत सारे व्यापारियों के साथ किया हुआ हैइसके बाद आरोपीयो से सम्पर्क किया तो उन्होंने फर्जी मैसेज तैयार कर अपने फोन से मेरे फोन नंबर पर 2 लाख 30 हजार रूपये आर.टी.जी.एस ट्राजैक्शन का किया। इस प्रकार उक्त सभी आरोपियों ने उनके साथ करीब 14,15,733/- रूपये की धोखाधड़ी करने की वारदात को अंजाम दिया। पवन गर्ग कि शिकायत पर उक्त सभी आरोपियों के खिलाफ भा.द.स की धारा 406,420,120B के तहत थाना किला मे अभियोग नंबर 134/18 अंकित कर कानूनी कार्रवाही अमल मे लाई गई थी। इंस्पेक्टर दीपक कुमार ने बताया कि आरोपियों ने इसी प्रकार दुर्गा टैक्सटाइल मील के मालिक राजेश गोयल, नाईल ओवरसीज के मालिक जसबीर सिंह जागलान व अन्य 15 फर्मो के साथ करोड़ों रुपए की धोखाधड़ी करने की वारदातों को अंजाम दिया हुआ है। जिस संबध मे आरोपियों के खिलाफ जिला के थाना किला, इसराना व शहर मे मुकदमे दर्ज है।

इंस्पेक्टर दीपक कुमार ने बताया कि पुलिस अधीक्षक श्री सुमित कुमार जी ने मामले की गंम्भीरता को देखते हुए विगत दिनों मामले की जांच व आरोपियों की धरपकड़ की जिम्मेवारी सीआईए-टू पुलिस टीम को सोपी थी। सीआईए-टू की टीम गहनता से जांच करते हुए आरोपियों की धरपकड़ के लिए उनके संभावित ठिकानो पर दंबिस दे रही थी।


Conclusion:टीम ने 31 दिसंबर मंगलवार देर सांय गुप्त सूचना के आधार पर दंबिस दे आरोपी सुनील बजाज उसके बेटे शुभम बजाज, अंकुर बजाज निवासी बरसत रोड़ पानीपत को अनाज मंडी पानीपत से काबू किया। गहनता से पूछताछ करने के लिए तीनों आरोपियों को 1 जनवरी को माननीय न्यायालय मे पेश कर पुलिस रिमांड लिया गया। रिमांड के दोरान पुछताछ करने पर आरोपियों ने फर्जी तैयार किया सारा रिकार्ड खुर्द बुर्द करने बारे बताया। आरोपियों के खिलाफ मुकदमे मे भा.द.स की धारा 201 इजाद कर रिमांड अवधि समाप्त होने पर तीनों आरोपियों को माननीय न्यायालय मे पेश कर न्यायिक हिरासत भेजा गया।

आरोपीयो ने जिला मे विभिन्न फर्मो के मालिको के साथ धोखाधड़ी की 18 वारदात को अंजाम दिया। जिस संबध मे जिला के विभिन्न थाना मे आरोपियों के खिलाफ मुकदमे दर्ज है। जिनमे से 15 मुकदमो में आरोपी अदालत से पी.ओ. चले रहे थे।
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