पानीपत: कोरोना ने जहां कई तरह के कारोबार बंद करने का काम किया. वहीं हरियाणा के पानीपत जिले के हैंडलूम व्यापारियों को (panipat handloom industry corona profit) कोरोना ने मदद की है. कोरोना के कारण कई देशों ने चीन से कंबल वगैराह लेने बंद किए तो इसका सीधा फायदा भारत को पहुंचा. भारत में भी हरियाणा के पानीपत जिले को हैंडलूम प्रोडेक्टस का हब कहा जाता है, और कई देशों में पानीपत के कंबलों की मांग बढ़ गई.
अब ब्राजील और यूरोप के देशों में भी पानीपत के कंबल जा रहे हैं. पानीपत के हैंडलूम व्यापारियों कहा कहना है कि कोरोना के कारण कई देशों ने चीन से सामान लेना बंद कर दिया. जिसका फायदा हम हुआ है और हमारी सेल 30 से 40 प्रतिशत बढ़ गई. कई स्टोर भी जो पहले बंद पड़े वो भी अब खुल गए हैं. हालांकि लोग स्टोर पर कम आते हैं और ज्यादातर ऑनलाइन सेल ही होती है, लेकिन चीन के बहिष्कार का फायदा हमें जरूर मिला है.
ये भी पढ़ें- सोशल मीडिया हैंडल वेरिफाई करवाना चाहते हैं तो ये खबर पढ़ें, वरना हो सकते हैं ठगी का शिकार
बता दें कि, पानीपत के हैंडलूम उत्पाद के निर्यातकों को करीब 4000 करोड़ रुपये का लाभ मिला है. जून 2020 से अब तक 16 हजार करोड़ रुपये का निर्यात किया जा चुका है. डेढ़ वर्ष पहले पानीपत का हैंडलूम का निर्यात लगभग 12 हजार करोड़ रुपये था जो अब बढ़कर 16 हजार करोड़ हो चुका है.
पानीपत से अब लगभग 40 से 50 देशों में कंबल ज्यादा सप्लाई हो रहा है और अब कुछ ऐसे देश भी डिमांड करने लगे हैं जहां पहले चीन का माल जाता था. ब्राजील एक ऐसा देश है जहां हमेशा चीन से ही बने हैंडलूम के प्रोडेक्ट को खरीदा जाता था, लेकिन अब हिंदुस्तान को ब्राजील हैंडलूम का ऑर्डर दे रहा है.
ये भी पढ़ें- बदल नहीं बिगड़ रहा मौसम का मिजाज, मॉनसून की देर से विदाई बजा रही खतरे की घंटी ?
बहरहाल कोरोना ने बड़े-बड़े उद्योगों को बंद करने का काम किया, लेकिन इसी कोरोना के कारण पानीपत के हैंडलूम व्यापारियों के वारे न्यारे हो गए, और कई देशों में यहां के कंबलों की मांग बढ़ रही है. जिससे उम्मीद की जा रही है कि आने वाले वक्त में पानीपत हैंडलूम और भी मुनाफा कमाएगा.