ETV Bharat / state

पानीपत रिफाइनरी पर NGT की बड़ी कार्रवाई, लगाया 17.31करोड़ का जुर्माना

1 मार्च 2019 को एनजीटी ने रिपोर्ट पर संज्ञान लिया और एचएम पीसीबी को आदेश दिया कि पर्यावरण को हुए नुकसान का आकलन करें. यही वजह है कि पानीपत रिफाइनरी को एक बहुत बड़ा जुर्माना लगा जिस की अगली सुनवाई 20 अगस्त को होगी.

पानीपत रिफाइनरी पर NGT की बड़ी कार्रवाई, लगाया 17.31करोड़ का जुर्माना
author img

By

Published : May 14, 2019, 5:06 PM IST

पानीपत: एनजीटी यानी नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने पानीपत रिफाइनरी पर 17 करोड़ 31 लाख रुपये का जुर्माना लगाया है. दरअसल आरोप था कि रिफानरी से निकलने वाले सल्फर से आस पास के गांव के लोगोम को भयंकर बीमारियां फैल रही हैं. जिस मामले में एनजीटी ने कड़ा संज्ञान लिया है. ट्रिब्यूनल ने एक महीने में जुर्माना भरने के आदेश दिए हैं.

रिफाइनरी के आस-पास के ग्रामीणों का कहना है कि उन्होंने पानीपत रिफाइनरी से निकलने वाले प्रदूषित पानी को लेकर कई बार शिकायत की. गंदे पानी की वजह से ग्रीन बेल्ट में सैकड़ों पेड़-पौधे गल-सड़ गए. दूषित पानी की वजह से आसपास गांव के लोगों में बीमारियां फैल रही हैं.

इसकी शिकायत 2018 में सिंघपुरा सुताना गांव के सरपंच ने एनजीटी से की थी. एनजीटी के निर्देश पर डीसी, सीपीसीबी और एसएस पीसीबी की एक टीम ने अपने सर्वे में सही पाया और 15 जनवरी 2019 को टीम ने एनजीटी में अपनी रिपोर्ट जमा की थी.

पानीपत रिफाइनरी पर NGT ने लगाया 17.31करोड़ का जुर्माना

सुताना गांव के सरपंच सतपाल का कहना हैं कि रिफानरी से निकलने वाला सल्फर लोगों को बीमारियों से ग्रस्त कर रहा है. गांव में 60 प्रतिशत लोग स्किन, दमा, आंखों और पोलियो से पीड़ित हैं. ग्रामीणों ने ईटीवी भारत हरियाणा की टीम को दिखाया कि कैसे 15 से 20 फुट तक केमिकलयुक्त पानी 40 एकड़ में फैला हुआ है. इन लोगों का कहना हैं कि हमारी जमीन का अधिग्रहण कर हमें यहां से शिफ्ट कर दिया जाये.

पानीपत: एनजीटी यानी नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने पानीपत रिफाइनरी पर 17 करोड़ 31 लाख रुपये का जुर्माना लगाया है. दरअसल आरोप था कि रिफानरी से निकलने वाले सल्फर से आस पास के गांव के लोगोम को भयंकर बीमारियां फैल रही हैं. जिस मामले में एनजीटी ने कड़ा संज्ञान लिया है. ट्रिब्यूनल ने एक महीने में जुर्माना भरने के आदेश दिए हैं.

रिफाइनरी के आस-पास के ग्रामीणों का कहना है कि उन्होंने पानीपत रिफाइनरी से निकलने वाले प्रदूषित पानी को लेकर कई बार शिकायत की. गंदे पानी की वजह से ग्रीन बेल्ट में सैकड़ों पेड़-पौधे गल-सड़ गए. दूषित पानी की वजह से आसपास गांव के लोगों में बीमारियां फैल रही हैं.

इसकी शिकायत 2018 में सिंघपुरा सुताना गांव के सरपंच ने एनजीटी से की थी. एनजीटी के निर्देश पर डीसी, सीपीसीबी और एसएस पीसीबी की एक टीम ने अपने सर्वे में सही पाया और 15 जनवरी 2019 को टीम ने एनजीटी में अपनी रिपोर्ट जमा की थी.

पानीपत रिफाइनरी पर NGT ने लगाया 17.31करोड़ का जुर्माना

सुताना गांव के सरपंच सतपाल का कहना हैं कि रिफानरी से निकलने वाला सल्फर लोगों को बीमारियों से ग्रस्त कर रहा है. गांव में 60 प्रतिशत लोग स्किन, दमा, आंखों और पोलियो से पीड़ित हैं. ग्रामीणों ने ईटीवी भारत हरियाणा की टीम को दिखाया कि कैसे 15 से 20 फुट तक केमिकलयुक्त पानी 40 एकड़ में फैला हुआ है. इन लोगों का कहना हैं कि हमारी जमीन का अधिग्रहण कर हमें यहां से शिफ्ट कर दिया जाये.

Intro:सरपंच की मेहनत लाई रंग नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने पानीपत रिफायनरी पर लगाया जुर्माना 17 करोड़ 31 लाख रुपए का

रिफानरी से निकलने वाले सल्फर से आस पास के गांव के लोगो को ही रही थी भयंकर बीमारियां

गांव में 60 प्रतिशत लोग स्किन ,दमा ,आँखों व् पोलियो से हैं पीड़ित

15 से 20 फुट तक केमिकल युक्त पानी फैला हुआ हैं 40 एकड़ में


एंकर - सिठाना गांव के सरपंच सतपाल सिंह की जागरूकता के कारण गांव ददलाना व बोहली गांव के आसपास से लगे गांवों को मिली बड़ी राहतनेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) ने पानीपत रिफायनरी पर 17 करोड़ 31 लाख रुपए का लगाया जुर्माना यह जुर्माना एक माह के अंदर केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) को जमा कराना होगा
वीओ -गांव वालों ने बार-बार पानीपत रिफायनरी से निकलने वाले प्रदूषित पानी को लेकर कई बार शिकायत की उनका कहना था कि जान लोगों के स्वास्थ्य के साथ साथ ग्रीन बेल्ट में सैकड़ों पेड़ पौधे समाप्त हो गए दूषित पानी के कारण आसपास गांव के लोगों में बीमारियां फैल रही हैं।इसकी शिकायत 2018 में सिंघपुरा सुताना . गांव के सरपंच ने एनजीटी से की थी। एनजीटी के निर्देश पर डीसी ,सीपीसीबी. एसएस पीसीबी। की एक टीम ने अपने सर्वे में सही पाया 15 जनवरी 2019 को टीम ने एनजीटी में अपनी रिपोर्ट जमा कराई जिसमें खामियां पाई गई 1 मार्च 2019 को एनजीटी ने रिपोर्ट पर संज्ञान लिया और एचएम पीसीबी को आदेश दिया कि पर्यावरण को हुए नुकसान का आकलन करें और रिपोर्ट सौंपी जिसकी रिपोर्ट सौंपते हुए 9 मई 2019 को एच एम पी सी बी ने खामियां उजागर की यही कारण है कि पानीपत रिफायनरी को एक बहुत बड़ा जुर्माना लगा जिस की अगली सुनवाई 20 अगस्त को होगी


Body:वीओ - सुताना गांव के सरपंच सतपाल का कहना हैं की रिफानरी से निकलने वाला सल्फर लोगो को बीमारियों से ग्रस्त कर रहा हैं गांव में 60 प्रतिशत लोग स्किन ,दमा ,आँखों व् पोलियो से पीड़ित हैं उन्होंने हमे दिखाया की कैसे 15 से 20 फुट तक केमिकलयुक्त पानी 40 एकड़ में फैला हुआ हैं
वीओ - रिफानरी के आस पास के गांव बिहोली ,सिंघपुरा सुताना ददलाना के लोगो का कहना हैं की हमारी जमीन अक़वायर कर हमे यहां से शिफ्ट कर दिया जाये

Conclusion:बाइट - सतपाल सरपंच सिंघपुरा सिताना गांव
बाइट - राजकुमार ग्रामीण
बाइट - खजान चंद ग्रामीण
बाइट - शानो देवी ग्रामीण
बाइट - बलबीर ग्रामीण

For All Latest Updates

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.