पानीपत: टोक्यो ओलंपिक (tokyo olympic) में भारत को गोल्ड मेडल दिलाने वाले नीरज चोपड़ा (neeraj chopra) मंगलवार सुबह अपने गांव खंडरा पहुंचे थे जहां उनके स्वागत में बड़े समारोह का आयोजन किया गया था. कार्यक्रम के दौरान नीरज चोपड़ा की तबीयत बिगड़ गई और उन्हें बीच में ही कार्यक्रम छोड़कर जाना पड़ा. बता दें कि, इससे पहले बीते शुक्रवार को भी तेज बुखार होने के कारण नीरज हरियाणा सरकार के सम्मान समारोह में भी शामिल नहीं हो सके थे. वहीं अब एक बार फिर उनकी तबीयत बिगड़ गई.
उनके परिजनों ने बताया कि तेज गर्मी के चलते नीरज की तबीयत खराब हो गई है. नीरज तबीयत खराब होने के कारण कार्यक्रम को छोड़कर चले गए. तीन दिन पहले भी नीरज बीमार हुए थे. नीरज को तब तेज बुखार और गले में खराश की समस्या थी. उनका कोविड टेस्ट भी किया गया था, जिसकी रिपोर्ट निगेटिव आई थी. बुखार के कारण वह हरियाणा सरकार के सम्मान समारोह में भी शामिल नहीं हो सके थे. हालांकि 15 अगस्त पर लाल किले पर हुए कार्यक्रम में नीरज शामिल हुए थे, और उसके बाद सोमवार को पीएम आवास पर हुए कार्यक्रम में भी नीरज पहुंचे थे.
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अब मंगलवार को नीरज अपने गांव खंडरा आए थे जहां पहुंचते ही उनका स्वागत करने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी और ढोल नगाड़े बजाकर जोरदार स्वागत किया गया. हालांकि कार्यक्रम शुरू होने के कुछ देर बाद ही नीरज की तबीयत बिगड़ गई उन्हें ये सम्मान समारोह बीच में ही छोड़कर जाना पड़ा. गौरतलब है कि 23 वर्षीय भाला फेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा ने टोक्यो ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतकर इतिहास रच दिया था. वह ओलंपिक में ट्रेक और फील्ड में स्वर्ण जीतने वाले देश के पहले खिलाड़ी बने. उन्होंने टोक्यो ओलंपिक में 87.58 मीटर का थ्रो कर गोल्ड मेडल जीता था.
टोक्यो में गोल्ड जीतने से पहले भी नीरज के नाम कई रिकॉर्ड हैं. वो एशियन गेम्स में भी भारत को गोल्ड दिला चुके हैं. नीरज चोपड़ा हरियाणा के पानीपत में गांव खंडरा के एक छोटे से किसान परिवार में पैदा हुए थे और बचपन में उनका वजन काफी था. वजन कम करने ही वो स्टेडियम गए थे जहां से उन्हें खेलने का चस्का लगा और अब उन्होंने ओलंपिक में देश के लिए सोना जीत लिया.
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