पानीपत: टेक्सटाइल इंडस्ट्री से सालाना करीब 40 हजार करोड़ रुपये का टर्नओवर होता है. इंडस्ट्रियल एरिया होने की वजह से सेक्टर-29 और सेक्टर-25 काफी अहम हो जाता है. हरियाणा के राजस्व में अहम भागीदारी निभाने वाले हैंडलूम और टैक्सटाइल व्यवसाय से करोड़ों रुपया सरकार के खाते में जाता है.
करोड़ों रुपए का टर्नओवर देने के बाद भी इन दोनों सेक्टरों की सड़कों की हालत खस्ता हो चुकी है. शिकायत के बाद भी प्रशासन ने इस तरफ ध्यान देना सही नहीं समझा. लंबे समय से निर्माण की राह देख रही इस सड़क पर बड़े-बड़े गड्ढे बने हुए हैं. सेक्टर-25 और सेक्टर-29 पानीपत की मुख्य सड़क है.
जहां से रोजना हजारों वाहनों का आना जाना है. फैक्ट्रियों और कारखानों से माल लोड करने के लिए बड़े वाहन भी इसी सड़क से आते जाते हैं. जिसकी वजह से सड़क की हालत बद से बदतर हो गई है. राजेंद्र नाम के युवक ने बताया कि लगभग पांच साल से इस सड़क का निर्माण नहीं हुआ है. निर्माण के नाम पर बस गड्ढों में पैच लगाकर भर दिया जाता है. कुछ दिन बाद फिर वही गड्ढे बड़ा रूप लेकर सामने आ जाते हैं.
सतीश नाम के युवक ने ईटीवी पर बातचीत के दौरान कहा कि नगर निगम हर साल लोगों से लाखों रुपये का टैक्स जरूर वसूल लेता है, लेकिन सुविधा के नाम पर लोगों को गड्ढे ही मिले हैं. बरसात के दिनों में तो इन सड़कों पर निकलना दूभर हो जाता है. खराब सड़क की वजह से यहां हादसे होना आम सा हो चला है. कई बार लोगों ने इसकी शिकायत संबंधित अधिकारियों से भी की. लेकिन हर बार लोगों को बस आश्वासन ही मिला है.