पानीपत: उत्तरी भारत में इस बार हर साल के मुकाबले कम बारिश होने के आसार हैं. मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक 24 और 25 जून को हरियाणा के विभिन्न हिस्सों में बादल छाने के आसार हैं.
इस बार मानसू समय से 15 दिन देरी से चल रहा है. मानसून सामान्य तौर पर जून के आखिरी और जुलाई के पहले सप्ताह में उत्तर भारत में दस्तक देगा. मानसून में देरी के कारण धान की रोपाई में भी देरी होगी. साथ ही मौसम विभाग ने 23 जुलाई तक भीषण गर्मी की संभावना जताई है.
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मौसम विशेषज्ञ डॉ. डीएस बुंदेला के मुताबिक, 23 जुलाई तक रेवाड़ी, महेंद्रगढ़, नारनौल, फरीदाबाद, गुरुग्राम, सिरसा व हिसार में तापमान फिर 42 डिग्री पार जा सकता है. उत्तर हरियाणा के पानीपत, करनाल, कैथल, कुरुक्षेत्र, अंबाला, यमुनानगर, पंचकूला आदि में भी मौसम उमस भरा रह सकता है. राहत की बात है कि 24, 25 जून को क्षेत्र में बादल छा सकते हैं और हल्की बारिश हो सकती है.
कम बरसात में क्या करें किसान?
उप कृषि निदेशक डॉ. आदित्य प्रताप डबास के मुताबिक खेतों में जितनी बरसात होती है जल संग्रह करने का प्रयास करें. खेतों के पानी को बाहर ना निकालने दें, ताकि नमी बनी रहे. मानसून आने तक खेत की अच्छी तैयारी करें. मानूसन जब दस्तक देगा धान रोपाई का काम शुरू कर दें. किसान वैकल्पिक फसल अरहर और मक्का का ज्यादा तवज्जो दें.