पानीपत: सोमवार को हरियाणा और उत्तर प्रदेश प्रशासन की बैठक हुई. बैठक में सावन महीने में आने वाली शिवरात्रि को लेकर चर्चा की गई, क्योंकि सावन के महीने में लाखों की संख्या में श्रद्धालु हरियाणा से हरिद्वार जाते हैं, जिस पर इस बार रोक लगा दी गई है. बता दें कि हरियाणा और उत्तर प्रदेश की सरकार ने ये फैसला लिया है कि इस बार कांवड़ यात्रा नहीं होगी.
आपको बता दें कि सावन के महीने में शिवरात्रि का पर्व पूरे देश में बड़े ही श्रद्धा भाव के साथ मनाया जाता है. लाखों की संख्या में श्रद्धालु पैदल व अन्य साधनों के माध्यम से हरिद्वार से गंगाजल लेकर आते हैं और अपनी ईश्वर से प्राथना करते हैं, लेकिन इस बार कांवड़ यात्रा पर कोरोना महामारी का ग्रहण लग गया है. जिसके चलते इस बार कांवड़ यात्रा के मेले को रद्द कर दिया गया है.
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पानीपत के डीएसपी सतीश वत्स ने जानकारी देते हुए बताया कि कोरोना वायरस के प्रकोप के चलते कांवड़ यात्रा पर प्रतिबंध लगाया गया है. ये फैसला उत्तर प्रदेश और हरियाणा सरकार ने साथ लिया है. उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि इस बार कांवड़ यात्रा के लिए घरों से न निकलें और घर में रहकर शिवरात्रि मनाएं.
गौरतलब है कि उत्तराखंड सरकार ने यूपी और हरियाणा सरकार के साथ बैठक कर इस बार कांवड़ यात्रा को स्थगित करने का फैसला लिया है. सरकार के फैसले का सही से अनुपालन कराने के लिए हरिद्वार में एक महत्वपूर्ण बैठक की गई. जिसमें हरिद्वार जिलाधिकारी सी. रविशंकर, हरिद्वार एसएसपी समेत यूपी और हरियाणा के अधिकारी मौजूद रहे.
हरिद्वार आए तो होंगे 14 दिन क्वारंटाइन, खुद उठाना पड़ेगा खर्च
बैठक में निर्णय लिए गया कि किसी भी रूप में अन्य प्रदेशों से कांवड़ियों को हरिद्वार में प्रवेश नहीं करने दिया जायेगा. अगर कोई ट्रेन या अन्य किसी माध्यम से हरिद्वार आता भी है तो उसे 14 दिन के लिए क्वारंटाइन किया जायेगा. इतना ही नहीं क्वारंटाइन के दौरान उस पर होने वाले खर्च को भी उसी से वसूला जायेगा.