पानीपत: हरियाणा की पहली सुपरहिट फिल्म चंद्रवाल ने कई कलाकारों को नाम और शोहरत दी थी. उन्हीं में से एक हैं कॉमेडियन दरियाव सिंह मलिक. हरियाणवी सिनेमा में कॉमेडियन दरियाव सिंह मलिक का नाम सबसे पुराने और पॉप्युलर लोगों में गिना (Haryanvi Actor Dariyav Singh Malik) जाता है. 85 साल के दरियाव सिंह अपनी हाजिरजवाबी और चुटकुले सुनाने के लिए मशहूर हैं, लेकिन उम्र के इस पड़ाव में भी वे दिल से उतने ही युवा हैं जितने चंद्रावल फिल्म में काम करते वक्त हुआ करते थे.
फिल्मी दुनिया भी दरियाव सिंह की कायल है. दरियाव सिंह मलिक ने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत 1983 में हरियाणवी भाषा में बनी राज्य की पहली सुपरहिट फिल्म चंद्रावल से की. रंगमंच के इस जिंदादिल ऑलराउंडर ने कुल 19 हरियाणवी फिल्मों में अपने दमदार अभिनय का लोहा मनवाया है. मलिक ने बड़े बजट की हरियाणवी जाट फिल्म में अंकल का रोल निभाने पर खूब प्रसद्धि हासिल की. दरियाव सिंह मलिक पानीपत के गांव उग्राखेड़ी के रहने वाले हैं. उन्हें हंसी ठिठोली करने का शौक बचपन से ही रहा है.
दरियाव सिंह ने पहले आकाशवाणी से चलने वाले कार्यक्रम से अपने कैरियर की शुरुआत की थी. पहले ग्रामोफोन द्वारा रिकॉर्ड किए गए प्रोग्राम रेडियो पर प्रसारित किए जाते थे. साल 1969 में उन्हें रेडियो में होने वाले ऑडिशन का पता चला और वह दिल्ली चले गए. इनका सिलेक्शन हो गया. रात 10 बजे के बाद इन्हें रोहतक की आकाशवाणी से कार्यक्रम करने का मौका मिला. वह इतने फेमस हो गए कि लोग उनके प्रोग्राम सुनने के लिए बेताब रहते थे.
दरियाव सिंह मलिक को 28 मिनट के कार्यक्रम के लिए ₹450 हर महीने मिलते थे. इसके बाद उन्हें हरियाणवी फिल्म चंद्रावल में हास्य कलाकार का किरदार करने का मौका मिला. उन्होंने यह नहीं सोचा था कि यह हरियाणवी फिल्म इस तरह सुपर डुपर हिट होगी. हरियाणवी फिल्म चंद्रावल में हास्य कलाकार के किरदार निभाने के बाद उन्हें एक के बाद एक फिल्मों से रोल मिलने लगे. इसके बाद उन्होंने फिर बॉलीवुड इंडस्ट्री कदम रखा. उन्होंने यश चोपड़ा द्वारा बनाई गई फिल्म मेरे डैड की मारुति में बड़े साहब का रोल निभा चुके हैं.
ये भी पढ़ें- हरियाणा: खेलने और पढ़ने की उम्र में ही बन गया मंझा हुआ बाइक मैकेनिक, बड़े-बड़े बुलाते हैं इन्हें उस्ताद
मैट्रिक पास दरियाव सिंह मलिक हिंदी, पंजाबी, इंग्लिश सभी भाषाओं को बड़ी बखूबी तरीके से बोलते हैं. फिल्मों में काम करने के बाद उन्हें पब्लिक रिलेशन विभाग में लगाया गया. वह अपने समय में वॉलीबॉल खेल के स्टेट लेवल के खिलाड़ी भी रहे हैं. फिल्मों में हास्य कलाकार का किरदार निभाने और हास्य कला में शोहरत बटोरने पर सरकार की तरफ से उन्हें 2006 में राष्ट्रपति अवार्ड के लिए उनका नाम भेजा गया था. तत्कालीन राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम ने उन्हें इस अवार्ड से सम्मानित किया. बड़े-बड़े कलाकार गुरदास मान और अन्य पंजाबी हास्य कलाकार भी उन्हें मिलने आते हैं. दरियाव सिंह मलिक बताते हैं कि आर्ट में आज तक किसी भी जाट को राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित नहीं किया गया और वह पहले ऐसे जाट हैं जिन्हें आर्ट में राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित किया गया. इतना ही नहीं उन्हें हरियाणा का बेस्ट हास्य कलाकार के लिए भी सम्मानित किया गया है.
हरियाणा की विश्वसनीय खबरों को पढ़ने के लिए गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड करें Etv BharatAPP