पंचकूला: मनोहर सरकार बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं देने के दावे करती है. सरकार की ओर से दावा किया जा रहा है कोरोना से लड़ने के लिए उनके पास पर्याप्त डॉक्टर और नर्से हैं. साथ ही दावा ये भी किया जा रहा है कि डॉक्टर्स और नर्सों को दी जाने वाली पीपीई कीट के इंतजाम भी पूरे हैं, लेकिन हरियाणा स्वास्थ्य विभाग की स्टाफ नर्स ने ही विभाग पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं.
दरअसल, सोशल मीडिया पर इन दिनों तेजी से एक वीडियो वायरल हो रहा है. वीडियो में एक स्टाफ नर्स दो-तीन आशा वर्कर्स के साथ खड़ी नजर आ रही है. स्टाफ नर्स ने रेनकोट, पैरो में जूतों की जगह पॉलिथीन और सिर कपड़े से ढका है. वीडियो में स्टाफ नर्स आरोप लगा रही है कि उनके अस्पताल में पीपीई कीट की भारी किल्लत है. इसके साथ ही स्टाफ नर्स की ओर से ये भी आरोप लगाए गए कि वो जान हथेली पर रखकर मरीजों का इलाज कर रही हैं.
स्टाफ नर्स बताती है कि वो पीएचसी पुराने पंचकूला में कार्यरत है. उसे पीपीई कीट नहीं दी जा रही है. इसके साथ ही उसने ये भी बताया कि विभाग की ओर से ना तो उसे कोट दिया गया और ना ही दूसरी जरूरी चीजें. स्टाफ नर्स ने वीडियो में बताया कि उसने कोट खुद सिलाया है. वहीं उसने ऊपर से अपने बचाव के लिए रेनकोट पहना है.
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साथ ही स्टाफ नर्स ने ये भी आरोप लगाए कि अस्पताल में काम करने वाली आशा वर्कर्स की हालत और बुरी है. उन्हें तो मास्क भी नहीं दिए गए हैं. ऐसे में आशा वर्कर मुंह कपड़े से ढक कर अस्पताल आ जा रही हैं.