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पंचकूला में पीजीटी संस्कृत अध्यापकों ने किया प्रदर्शन

प्रदर्शन कर रहे पीजीटी संस्कृत अभ्यर्थियों की मांग है कि सरकार इन्ही भर्ती को रद्द ना करे और जल्द से जल्द इन्हें जॉइनिंग दे. गौरतलब है कि पिछले करीब 2 सालों से जॉइनिंग की राह यह पीजीटी संस्कृत अभ्यार्थी देख रहे हैं.

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पंचकूला में पीजीटी संस्कृत अध्यापकों ने किया प्रदर्शन
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Published : Feb 10, 2021, 9:40 PM IST

पंचकूला: करीब 2 साल से जॉइनिंग नहीं होने और पीजीटी संस्कृत की भर्ती रद्द करने पर पीजीटी संस्कृत के 523 अभ्यार्थियों में भारी रोष है. पीजीटी संस्कृत अभ्यार्थी बुधवार को पंचकूला के सेक्टर-5 धरना स्थल में पहुंचे. जहां उन्होंने जॉइनिंग की मांग को लेकर धरना स्थल पर सरकार के खिलाफ धरना दिया. धरना देने के बाद सभी पीजीटी संस्कृत अभ्यार्थियों ने चंडीगढ़ स्थित सीएम हाउस के लिए कूच किया, जिसके बाद पंचकूला पुलिस ने शालीमार चौक पर इन सभी प्रदर्शनकारियों को रोक लिया.

धरना दे रहे इन पीजीटी अभ्यार्थियों का कहना है कि 1 जनवरी 2019 को इनका रिजल्ट घोषित हुआ था जिसके बाद से इन्हें अभी तक जॉइनिंग नहीं मिली. इन पीजीटी संस्कृत अभ्यर्थियों की मांग है कि सरकार इन्ही भर्ती को रद्द ना करे और जल्द से जल्द इन्हें जॉइनिंग दे. गौरतलब है कि पिछले करीब 2 सालों से जॉइनिंग की राह यह पीजीटी संस्कृत अभ्यार्थी देख रहे हैं. इन पीजीटी संस्कृत अभ्यर्थियों की संख्या कुल 523 है जिसमें से 350 से ज्यादा पीजीटी संस्कृत महिलाएं है.

ये पढ़ें- बिग बॉस के घर से बाहर आने के बाद बोलीं सोनाली फोगाट, राजनीति-फिल्म दोनों में करेंगी काम

आपको बता दें कि 2015 में सरकार ने भर्ती निकाली थी. 2016 में पीजीटी संस्कृत की लिखित परीक्षा हुई थी. जिसके बाद एचटेट वालों को तवज्जो देने के लिए 2017 में डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन हुई थी और फिर 2018 में करीब 1100 लोगों का इंटरव्यू हुआ था. बताया जा रहा है कि 1 जनवरी 2019 को हाई कोर्ट की डबल बेंच के अनुसार रिजल्ट आया था. जिसमें 523 कैंडिडेट्स सलेलेक्ट हुए थे.

ये पढ़ं- ईटीवी भारत की खबर का असर: किसानों को Form-J नहीं मिलने का मुद्दा विधानसभा में उठायेंगे विधायक जगबीर मलिक

कुछ लोगों की डिग्री पर विवाद होने के चलते पीजीटी संस्कृत के इन कैंडिडेट्स का 11 जनवरी 2019 से हाई कोर्ट का स्टे चल रहा था. इन पीजीटी संस्कृत अभ्यार्थियों का कहना है कि 11 फरवरी 2021 को हाई कोर्ट में इनके मामले की सुनवाई थी, लेकिन सरकर ने सुनवाई से पहले ही इनकी भर्ती को रद्द कर दिया.

पंचकूला: करीब 2 साल से जॉइनिंग नहीं होने और पीजीटी संस्कृत की भर्ती रद्द करने पर पीजीटी संस्कृत के 523 अभ्यार्थियों में भारी रोष है. पीजीटी संस्कृत अभ्यार्थी बुधवार को पंचकूला के सेक्टर-5 धरना स्थल में पहुंचे. जहां उन्होंने जॉइनिंग की मांग को लेकर धरना स्थल पर सरकार के खिलाफ धरना दिया. धरना देने के बाद सभी पीजीटी संस्कृत अभ्यार्थियों ने चंडीगढ़ स्थित सीएम हाउस के लिए कूच किया, जिसके बाद पंचकूला पुलिस ने शालीमार चौक पर इन सभी प्रदर्शनकारियों को रोक लिया.

धरना दे रहे इन पीजीटी अभ्यार्थियों का कहना है कि 1 जनवरी 2019 को इनका रिजल्ट घोषित हुआ था जिसके बाद से इन्हें अभी तक जॉइनिंग नहीं मिली. इन पीजीटी संस्कृत अभ्यर्थियों की मांग है कि सरकार इन्ही भर्ती को रद्द ना करे और जल्द से जल्द इन्हें जॉइनिंग दे. गौरतलब है कि पिछले करीब 2 सालों से जॉइनिंग की राह यह पीजीटी संस्कृत अभ्यार्थी देख रहे हैं. इन पीजीटी संस्कृत अभ्यर्थियों की संख्या कुल 523 है जिसमें से 350 से ज्यादा पीजीटी संस्कृत महिलाएं है.

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आपको बता दें कि 2015 में सरकार ने भर्ती निकाली थी. 2016 में पीजीटी संस्कृत की लिखित परीक्षा हुई थी. जिसके बाद एचटेट वालों को तवज्जो देने के लिए 2017 में डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन हुई थी और फिर 2018 में करीब 1100 लोगों का इंटरव्यू हुआ था. बताया जा रहा है कि 1 जनवरी 2019 को हाई कोर्ट की डबल बेंच के अनुसार रिजल्ट आया था. जिसमें 523 कैंडिडेट्स सलेलेक्ट हुए थे.

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कुछ लोगों की डिग्री पर विवाद होने के चलते पीजीटी संस्कृत के इन कैंडिडेट्स का 11 जनवरी 2019 से हाई कोर्ट का स्टे चल रहा था. इन पीजीटी संस्कृत अभ्यार्थियों का कहना है कि 11 फरवरी 2021 को हाई कोर्ट में इनके मामले की सुनवाई थी, लेकिन सरकर ने सुनवाई से पहले ही इनकी भर्ती को रद्द कर दिया.

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