पंचकूला: अगर आप में अपने पैशन को फॉलो करने का जज्बा है तो कोई भी कठिनाई आपके काम में आड़े नहीं आ सकती है. ऐसा ही जीता जागता उदाहरण हैं पंचकूला के डॉक्टर वरुण. डॉक्टर वरुण पेशे से डेंटल सर्जन हैं, लेकिन भरतनाट्यम उनका पैशन है. जिसे वो अपने पेशे पर के साथ-साथ पूरी शिद्दत के साथ पूरा करने में लगे हुए हैं. इस काम में उनको कई कठिनाईयां भी आ रही हैं.
डॉक्टर वरुण बताते हैं कि उनको भरतनाट्यम का शौक स्कूल के समय से लग गया था. उनका कहना है कि उनको उनके स्कूल टाइम में 2009 में एक अखबार के जरिए भरतनाट्मय जुड़े फेस्टिवल के बारे में पता लगा था. जब से उनके भरतनाट्मय की लत लग गई. भरतनाट्मय नृत्य के बारे में उनकी रुचि इस कदर थी कि वो पुराने फिल्में देखकर उनके स्टेप्स फॉलो करते थे.
उनका कहना है कि उनको लगता था कि भरतनाट्मय एक अद्भुत कला है. हमारी संस्कृति बहुत ही रिच है और औरों से अलग भी. जिससे मैं इसमें और भी रुचि लेने लग गया. धीरे-धीरे मुझे ये महसूस हुआ कि ये एक भाषा है. फिर में ऐसे ही प्रेक्टिस करते करते कॉलेज गया. मैं वीडियो के जरिए सीखता था.
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उन्होंने कहा कि कई लोग ऐसे हैं जो डांस के साथ-साथ अन्य कलाएं सीखते हैं. ऐसे ही सीखने का जज्बा मेरे अदंर था. मुझे ये सीखना ही था. इस में उनको शुरुआती दौर में काफी परेशानियां झेलने पड़ी. उनके घर वाले भी भरतनाट्मय को लेकर अक्सर उन पर तंज कसते थे, लेकिन जब वो अपनी पढ़ाई को भी पूरी शिद्दत के साथ करते और नृत्य की प्रेक्टिस तो फिर सभी सहयोग करने लगे.